नई दिल्ली २४ सितम्बर : सीमा सडक संगठन की परियोजनाओं पर ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले आकस्मिक श्रमिकों के पार्थिव शरीर को सुरक्षित रखने और पैतृक स्थान तक पहुंचाने का प्रावधान आगे भी जारी रहेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस प्रावधान को विस्तार देने की मंजूरी दे दी है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ऐसे कामगारों के अंतिम संस्कार के लिए दी जाने वाली राशि को भी एक हजार रुपये से बढाकर दस हजार रुपये कर दिया गया है। मंत्रालय ने बताया है कि यह खर्च सरकार वहन करेगी।
अब तक पार्थिव शरीर को सुरक्षित रखने और सरकारी खर्च पर पैतृक स्थल तक पहुंचाने की सुविधा केवल जनरल रिजर्व इंजीनियर बल के कार्मिकों के लिए उपलब्ध थी।