अगरतला, 22 सितंबर: माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंगशुमन देबवर्मा ने गृहिणी की मौत के मामले में पति को पांच साल की सजा की घोषणा की।
इस संबंध में सरकारी वकील पार्थ पाल ने बताया कि 22 जुलाई 2017 को रेवती दास नामक गृहिणी ने अपने पति से प्रताड़ित होकर घर में ही आत्महत्या कर ली थी. उस समय, गृहिणियों के बच्चे होने की संभावना थी।
उस घटना को देखते हुए 24 जुलाई को गृहिणी के पिता अनिल महिष्य दास ने कदमतला थाने में पति रिपन दास के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी. कदमतला पुलिस स्टेशन को भारतीय दंड संहिता की धारा 498/306 के तहत मामला मिला। बाद में ये मामला कोर्ट में चलता रहा. अदालत में कुल 27 गवाहों की गवाही स्वीकार की गयी. अंततः माननीय न्यायाधीश अंगशुमन देबवर्मा ने इस मामले में पति रिपन दास को दोषी करार देते हुए फैसला सुनाया. जहां धारा 498 में 3 साल और धारा 306 में 5 साल की सजा का ऐलान किया गया है. साथ ही दो धाराओं में 5-5 हजार टका जुर्माना अदा किए बिना छह माह की कैद।