नई दिल्ली 18 सितम्बर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि संसद का विशेष सत्र छोटी अवधि का होने के बावजूद ऐतिहासिक फैसलों का सत्र होगा। पांच दिन के विशेष सत्र की शुरुआत पर प्रधानमंत्री ने मीडिया से कहा कि पिछले 75 वर्ष की यात्रा, अब एक स्थल से यानी नए संसद भवन से आगे शुरू होगी और यही इस सत्र की सबसे विशेष बात होगी। उन्होंने कहा कि नए स्थल से इस यात्रा को आगे बढाते हुए हमें भारत को 2047 तक एक विकसित देश बनाना है। श्री मोदी ने कहा कि इस लक्ष्य को साकार करने के लिए अगले सभी निर्णय नए संसद भवन में लिए जाएंगे। उन्होंने सभी सांसदों से उमंग और उत्साह के साथ इस सत्र के लिए अधिकतम समय देने की अपील की।
जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बनकर और अफ्रीकी संघ को जी-20 का स्थायी सदस्य बनाकर हमेशा गौरवान्वित रहेगा। उन्होंने इन उपलब्धियों को भारत के उज्ज्वल भविष्य का संकेत बताया। चंद्रयान मिशन की सफलता का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 ने शान से भारत का तिरंगा स्थापित किया है और शिव-शक्ति प्वाइंट प्रेरणा का एक नया केंद्र बन गया है।