नई दिल्ली २६ अगस्त: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जी-20 देशों से ऐसे भविष्य के लिये सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया जहां संस्कृति केवल हमारी पहचान का हिस्सा न हो बल्कि सतत विकास, सामाजिक समावेश और वैश्विक सदभाव की प्ररेक शक्ति भी बनें। श्री मोदी वाराणसी में जी-20 देशों के संस्कृति मंत्रियों की बैठक को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विविधताओं से पूर्ण विश्व में साझा सांस्कृतिक धरोहर पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांधती है। श्री मोदी ने पृथ्वी पर प्राचीनतम शहरों में से एक और अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि गंगा के तट पर बसा यह शहर संस्कृति, कला और परंम्पराओं का संगम होने के चलते इस बैठक के लिए उचित स्थान है। उन्होंने कहा कि संस्कृति कार्य समूह की बैठकों के हिस्से के रूप में हुए विचार-विमर्श तथा जी-20 की प्राथमिकताओं पर आधारित वैबिनार उल्लेखनीय तथा प्रेरणादायी हैं। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि हम अपने सामूहिक ज्ञान और साझा जिम्मेदारीयों के माध्यम से चुनौतियों को वैश्विक सांस्कृतिक प्रगति के अवसरों में बदल सकते हैं।
वाराणसी में जी-20 देशों के संस्कृति मंत्रियों की बैठक में संस्कृति मंत्री स्तरीय घोषणा पर चर्चा की जा रही है और बैठक के अंत में इसकी घोषणा की जायेगी।
केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी.किशन रेड्डी, संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी तथा अर्जुनराम मेघवाल बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।