अगरतला, 25 अगस्त: इस बैठक को संबोधित करते हुए भारत जी20 के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि हमारा देश वृद्धि की तीव्र गति का साक्षी है और शीघ्र यह विश्व में तीसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था बनने वाला है। उन्होंने जी20 की अध्यक्षता को जनता की अध्यक्षता बनाने के लिए 4 प्रमुख प्राथमिकताओं पर बल दिया। श्रीकांत ने कहा कि भारत, संरक्षणवादी उपायों को हटाने पर फोकस करते हुए सशक्त, सतत, समावेशी और संतुलित आर्थिक वृद्धि पर जोर दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सतत विकास लक्ष्य हासिल करने के लिए गति को त्वरित बनाने के वास्ते जलवायु एक्शन और अन्य प्रमुख प्राथमिकताओं- ग्लोबल साउथ तथा महिलाओं के नेतृत्व में विकास को बढ़ावा और तीव्र जलवायु वित्त व्यवस्था पर जोर देने पर बल दिया। टाटा संस के कार्यकारी अध्यक्ष तथा बी20 भारत के अध्यक्ष एन.चंद्रशेखरन ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ क्षेत्र में विशेष रूप से समान वृद्धि के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि यात्रा विश्व के भविष्य को आदान-प्रदान करेगी।
आज बैठक के पहले दिन बी20 भारत की प्राथमिकताओं और विश्व के लिए भारत की सिफारिशों समेत 7 सत्र आयोजित किये जा रहे हैं। कई वैश्विक और मास्टरकार्ड माइकल मिबाक के कार्यकारी अधिकारी और विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष भी बैठक में भाग लेंगे। विभिन्न क्षेत्रों में भारत की अध्यक्षता के लिए 7 कार्यबल बनाये गये हैं। व्यापक संरचनात्मक कार्यसूची पर फोकस करने और विचार विमर्श के लिये बी-20, भारत अफ्रीकी आर्थिक एकीकरण पर व्यापार में पर्यावरणीय, सामाजिक और शासन के लिए2 एक्शन परिषदों के माध्यम से कार्य कर रहा है। 3 दिन की बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामन, धर्मेन्द्र प्रधान, डॉ.एस जयशंकर, विभिन्न देशों के व्यापार मंत्री और कई व्यापार प्रमुख वैश्विक स्तर पर व्यापार से संबंधित मुद्दों पर अपने -अपने विचारों को साझा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीआगामी रविवार को विशेष सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।