अगरतला, 23 अगस्त: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन के अंतर्गत आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास विक्रम लैंडर मॉड्यूल की सॉफ्टलैंडिग के कठिन कार्य को पूरा करने की तैयारी कर ली है।
इसरो को इस कार्य के लिए करीब छह हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घूम रहे लैंडर की गति को धीरे-धीरे कम करना होगा। लैंडर को चंद्रमा की धूल के प्रभाव को सहना होगा और इसे अपनी स्थिति क्षैतिज से ऊर्ध्वाधर कोण में बदलनी होगी।
वैज्ञानिक इस चरण को 15 मिनट का संकट कहते हैं। लैंडर को चंद्रमा पर उतरने से पहले इन सभी चुनौतियों से निपटना होगा।
बेंगलुरु में जवाहरलाल नेहरू तारामंडल के निदेशक प्रमोद जी गलगली ने इसरो के चंद्रमा मिशन के महत्व पर आकाशवाणी समाचार से विशेष बात की है।
तेलंगाना में आज शाम सभी स्कूलों में चंद्रयान-तीन मिशन की लैंडिंग की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक ने राज्य में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे शाम साढे पांच बजे से साढ़े छह बजे तक विद्यार्थियों और शिक्षकों की विशेष सभाएं आयोजित करें, ताकि चंद्रयान-तीन मिशन की लैंडिंग के विशेष लाइव कार्यक्रम को देखा जा सके।
स्कूल शिक्षा विभाग ने बताया है कि विशेष स्क्रीनिंग की व्यवस्था टी-सैट विद्या और निपुण चैनलों तथा राज्य शिक्षा चैनलों के जरिये की जाएगी।
मध्य प्रदेश के स्कूलों में बच्चे चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर उतरते देख सकेंगे। राज्य के सभी स्कूलों में चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण किया जाएगा। स्कूलों में शाम साढ़े पांच से साढ़े छह बजे तक चंद्रयान लाइव प्रसारण की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किये हैं।
असम में शिक्षा विभाग ने भी सभी स्कूलों को आज चंद्रयान-3 लैंडिंग का सीधा प्रसारण दिखाने के लिए विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग ने सभी संबंधित विभागों और कार्यालयों को राज्य के सभी स्कूलों में शाम साढ़े पांच बजे से साढ़े छह बजे तक छात्रों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने को कहा है।