राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज स्‍वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्‍या पर राष्‍ट्र को संबोधित करेंगी, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी लाल किले की प्राचीर से राष्‍ट्रीय ध्‍वज फैरायेंगे और देश को संबोधित करेंगे

नई दिल्ली, 14 अगस्त: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को सम्बोधित करेंगी। उनका यह सम्बोधन आकाशवाणी के समूचे राष्ट्रीय नेटवर्क पर शाम 7 बजे से प्रसारित किया जाएगा। राष्ट्रपति का संबोधन दूरदर्शन के सभी चैनलों पर हिन्दी में और उसके बाद अंग्रेज़ी में प्रसारित किया जाएगा। दूरदर्शन पर हिन्दी और अंग्रेजी में सम्बोधन के प्रसारण के बाद दूरदर्शन के क्षेत्रीय चैनल भी क्षेत्रीय भाषाओं में इसका प्रसारण करेंगे। आकाशवाणी से भी सम्बन्धित क्षेत्रीय नेटवर्क पर रात साढ़े नौ बजे क्षेत्रीय भाषाओं में राष्ट्रपति का संबोधन प्रसारित किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 15 अगस्‍त को दिल्‍ली में लालकिले के प्राचीर से 77वें स्‍वतंत्रता दिवस पर राष्‍ट्र को संबोधित करेंगे और राष्‍ट्रीय ध्‍वज फहराएंगे। इस वर्ष स्‍वतंत्रता दिवस पर आजादी का अमृत महोत्सव समारोहों का समापन भी होगा, प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अमृत काल में 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए पूरे मनोयोग से कार्य करने का आग्रह किया है।

लाल किले पर कल प्रधानमंत्री गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे. गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद, प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट, प्रमुख रक्षा अध्‍यक्ष जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी करेंगे। जैसे ही प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-III ध्रुव कार्यक्रम स्थल पर फूलों की वर्षा करेंगे।

इस वर्ष इस अवसर को मनाने के लिए सरकार के जन भागीदारी के दृष्टिकोण के अनुरूप कई नई पहल की गई हैं। देशभर से लगभग एक हजार आठ सौ विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। इन विशिष्ट अतिथियों में छ सौ साठ से अधिक विशेष गांवों के सरपंच, किसान उत्पादक संगठनों, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लोग और नए संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना के श्रम योगी शामिल हैं। प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से 75 जोड़ों को उनकी पारंपरिक वेशभूषा में आमंत्रित किया गया है। देशभर से एक हजार एक सौ एनसीसी कैडेट हिस्सा लेंगे। एक अन्य आकर्षण जी-20 प्रतीक चिन्ह होगा, जो लाल किले पर फूलों की सजावट का भाग होगा।

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