नई दिल्ली १३ अगस्त : विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि भारत आगामी जी-20 बैठक में, जलवायु परिवर्तन के लिए धन उपलब्ध कराने के वायदे को पूरा करने पर ज़ोर देगा क्योंकि कई विकसित देश अपने वायदे को पूरा करने में नाकाम रहे हैं। आकाशवाणी से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि कई विकासशील देश धन न मिलने के कारण ही सतत विकास लक्ष्यों को पूरा नहीं कर पाए हैं।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत अब विश्व समुदाय के साथ अधिक मुखर होकर और राष्ट्रीय हितों के अनुरूप कार्य कर रहा है। आकाशवाणी से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि पहले, विचारधारा के कारणों से देश के हितों की अनदेखी की जाती थी।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत आतंकवाद के सख्त खिलाफ है और अब यह भारत की विदेश नीति का केंद्रीय-तत्व है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी हाल में बर्दाश्त न करने की भारत की नीति से अब दुनिया परिचित है।
आकाशवाणी से डॉ. जयशंकर का यह विशेष साक्षात्कार आज रात सवा नौ बजे एफ. एम. गोल्ड और अतिरिक्त मीटरों पर प्रसारित होगा।