नई दिल्ली ७ अगस्त : मणिपुर हिंसा और अन्य मुद्दों पर संसद के दोनों सदनों में आज भी गतिरोध बना हुआ है। जिसके कारण संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। राज्यसभा में जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की अपनी मांग दोहराई। ट्रेजरी बेंच के सदस्यों ने राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर चर्चा की मांग करते हुए नारे लगाए। सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा, सरकार पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने आरोप लगाया कि बेनकाब होने के डर से विपक्ष चर्चा से दूर भाग रहा है। उन्होंने सदन में विपक्ष के रवैये की निंदा की। हंगामा जारी रहने पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
लोकसभा में पहले स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस, द्रमुक, जद(यू) और अन्य सदस्य मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर नारे लगाते हुए वेल में आ गये। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए एक मीडिया पोर्टल की विदेश से फंडिंग का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि यह पोर्टल देश के हित के खिलाफ काम कर रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस को चीन से फंड मिलता है। ट्रेजरी बेंच के सदस्यों ने भी नारे लगाए। हंगामा बढ़ता देख पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले, जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी दलों ने मणिपुर और अन्य मुद्दों पर शोर-शराबा किया। ट्रेजरी सदस्यों ने भी नारेबाजी की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विरोध कर रहे सदस्यों से सदन चलने देने की आग्रह किया लेकिन उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के आग्रह को अनसुना कर दिया। श्री बिरला ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।