नई दिल्ली ०२ अगस्त : लोकसभा की कार्यवाही मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई है।
सदन की कार्यवाही पहले स्थगन के बाद दो बजे शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर मुद्दे को लेकर फिर हंगामा करना शुरू कर दिया। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी नारेबाजी की। पीठासीन अधिकारी ने सदस्यों से शांत रहने को कहा, लेकिन संभव न होने पर सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले आज सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर कांग्रेस, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस, जनता दल यूनाइटेड और अन्य सदस्य नारे लगाते हुए सदन के बीचों-बीच आ गए। वे सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की मांग कर रहे थे। पीठासीन अधिकारी ने सदस्यों से अपनी सीट पर जाने को कहा, लेकिन वे विरोध करते रहे। पीठासीन अधिकारी ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की लेकिन हंगामे कारण ऐसा नहीं हो पाया। बाद में सदन की कार्यवाही दिन के दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में आज कार्यवाही शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने मणिपुर हिंसा और अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति नहीं दी। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर मुद्दे पर चर्चा कराने और प्रधानमंत्री के बयान की मांग की। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, वाम दल, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी सहित असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। बाद में शून्यकाल और प्रश्नकाल हुआ। भोजन अवकाश के बाद दो बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। उसके बाद उन्होंने सदन से वॉकआउट किया। सदन में खान और खनिज विकास तथा विनियमन संशोधन विधेयक, 2023 चर्चा के लिए रखा गया।