नई दिल्ली २६ जुलाई: पर्यावरण और जलवायु सततता कार्य समूह – ई सी एस डब्ल्यू जी तथा पर्यावरण और जलवायु मंत्रियों की चौथी बैठक आज चेन्नई में शुरू हुई। तीन दिन की इस बैठक में जी-20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के करीब तीन सौ प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं तथा परिणाम और अध्यक्षता दस्तावेज को अंतिम रूप देने पर विचार कर रहे हैं। ई. सी. एस. डब्ल्यू. जी. की इस बैठक में तीन प्रमुख क्षेत्रों- भूमि बहाली, चक्रीय अर्थव्यवस्था और नीली अर्थव्यवस्था – पर मुख्य रूप से विचार-विमर्श होगा।
बैठक के पहले दिन दो समानांतर सत्र होंगे। इन सत्रों में पर्यावरण और जलवायु से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी। कार्यक्रम स्थल पर 15 मंडप लगाए गए हैं। प्रत्येक मंडप में बैठक के मुख्य विषय से जुडी विभिन्न पहलों और कार्यक्रमों को दर्शाया गया है। एक मंडप में लाइफ कार्यक्रम के प्रमुख बिंदुओं और दूसरे मंडप में प्रोजेक्ट टाइगर और विशेष प्रजातियों को संरक्षण देने के प्रयास से जुडे विषयों को दिखाया गया है। शेष 13 मंडपों में हस्तकला, सांस्कृतिक और आर्थिक क्षेत्र तथा अन्य विषयों से जुडी घटनाओं को प्रदर्शित किया गया है।
पिछली तीन बैठकें और वर्चुअल सत्र इस वर्ष मई, जून और जुलाई में हुई थी जिसमें भारत की अध्यक्षता में तीन विषयों पर व्यापक चर्चा हुई थी। अब चौथी बैठक में पर्यावरण और जलवायु के दो व्यापक विषयों के अंतर्गत परिणाम दस्तावेजों पर आगे विचार-विमर्श होना निर्धारित है।