नई दिल्ली २० जुलाई: भारत आज नई दिल्ली में पारंपरिक औषधियों पर आसियान सम्मेलन की मेजबानी करेगा। भारत-आसियान औषधि सम्मेलन लगभग एक दशक के बाद हो रहा है। कंबोडिया और वियतनाम सहित दस आसियान देश बैठक में शामिल होंगे। सम्मेलन का उद्देश्य भारत और आसियान देशों के बीच पारंपरिक औषधि क्षेत्र में सर्वोत्तम अनुभव साझा करना और भविष्य में सहयोग की रूपरेखा तय करना है।
आयुष में पारंपरिक उपचार पद्धतियों में एक्ट ईस्ट नीति के विस्तार की व्यापक क्षमता है।
वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्र आयुष मंत्रालय बनाए जाने के बाद से पिछले नौ वर्ष में आयुष क्षेत्र का कई गुना विस्तार हुआ है। वर्तमान में आयुष मंत्रालय विभिन्न संक्रामक और गैर संचारी रोगों के आयुष पद्धति से उपचार पर ब्रिटेन, अमरीका, जापान, ब्राजील और जर्मनी के शीर्ष अंतरराष्ट्रीय संगठनों तथा प्रमुख राष्ट्रीय संगठनों के साथ काम कर रहा है। आसियान सम्मेलन आयुष मंत्रालय द्वारा लागू विभिन्न परियोजनाओं के अनुसंधान निष्कर्षों को साझा करने का माध्यम बनेगा।