नई दिल्ली ६ जुलाई: भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान आयोजित अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था क्षेत्र के प्रतिनिधियों की चौथी बैठक आज बेंगलुरु में शुरू होगी। दो दिन की बैठक में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था, अंतरिक्ष एजेंसियों की जिम्मेदारियों और अंतरिक्ष अभियानों के गठबंधन पर चर्चा होगी। बैठक का उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था की हिस्सेदारी को जिम्मेदार और स्थाई मायने में सुधारना है। अंतरिक्ष एजेंसियों के प्रमुखों के लिए गोलमेज बैठकें, पैनल चर्चाएं और द्विपक्षीय बैठकों का आज आयोजन किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय विदेश और शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह, इसरो के अध्यक्ष सोमनाथ एस, इनस्पेस के अध्यक्ष डॉ. पवन गोयनका और भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत आज उद्घाटन समारोह के दौरान उपस्थित रहेंगे। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के. सारस्वत, भारतीय अंतरिक्ष संघ के अध्यक्ष जयंत पाटिल,अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री संघ के अध्यक्ष क्लेटन मावरी,रेडियो संचार ब्यूरो के प्रमुख मारियो मैनिसविक और ओईसीडी अंतरिक्ष मंच के प्रमुख क्लेयर जॉली पूर्ण सत्र को संबोधित करेंगे। विदेशी प्रतिनिधियों के लिए भारत की संस्कृति और परंपरा पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर भारत की अंतरिक्ष गतिविधियों और अंतरिक्ष उद्योगों की क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। दूसरे दिन प्रतिनिधियों को कर्नाटक भ्रमण पर भी ले जाया जाएगा। प्रतिनिधि उपग्रह प्रक्षेपण वाहनों और अंतरिक्ष यान के लिए बनाए जा रहे मिश्र धातु संरचनाओं और टैंकेज का काम देखने के लिए हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड-एचएएल का दौरा करेंगे। वे भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में योगदान देने वाले निजी उद्योगों का भी दौरा करेंगे।