नई दिल्ली १५ जून: भारत का प्रतिष्ठित चंद्रमा मिशन चंद्रयान-तीन को जुलाई में प्रक्षेपित किए जाने का कार्यक्रम है। यह प्रक्षेपण जुलाई महीने की दूसरे पखवाड़े में किया जा सकता है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने एक समारोह के दौरान मीडिया के सवालों के उत्तर में यह खुलासा किया। उन्होंने कहा, अगर चीजें योजना के अनुसार चलती है, तो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अपने महत्वाकांक्षी चंद्रयान-तीन मिशन का प्रक्षेपण करेगा, जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष यान को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारने के लिए महत्वपूर्ण तकनीक का प्रदर्शन करना है। इससे पहले श्री सिंह ने कहा था कि चंद्रयान-तीन अंतरिक्ष यान ने आवश्यक परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है जो अंतरिक्ष यान को अपने प्रक्षेपण और उसके बाद की यात्रा के दौरान प्रतिकूल वातावरण का सामना करने की क्षमता सिद्ध करेगा। मंत्री ने कहा, भारत के पहले के चंद्र मिशन, चंद्रयान-एक ने पहली बार चंद्रमा की सतह पर पानी की उपस्थिति की पहचान करके देश को विश्व पटल पर गौरव और वर्चस्व का स्थान दिलाया था। उन्होंने कहा कि इस खोज को अमेरिका की नासा जैसी दुनिया की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसियों ने भी महत्व दिया गया था।
चंद्रयान-तीन से पहले, चंद्रयान-दो मिशन चलाया गया था। चंद्रमा के विज्ञान के विषय को ध्यान में रखते हुए, चंद्रयान में लैंडर और रोवर पर लगे वैज्ञानिक उपकरण चंद्र पर्यावरण सहित चंद्रमा के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने में सक्षम होंगे।