नई दिल्ली २५ मई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की सफल यात्रा के बाद स्वदेश लौट आए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, मीनाक्षी लेखी, संसद सदस्य, विधायक, पार्टी के सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता तथा लोगों ने दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर श्री मोदी का स्वागत किया।
भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने श्री मोदी का अभिनंदन करते हुए कहा कि दुनिया प्रधानमंत्री के शासन मॉडल की सराहना करती है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने जिन देशों की यात्रा की वहां के नेताओं ने उन्हें जो प्यार और सम्मान दिया वह उनके नेतृत्व में सभी के अपार विश्वास को दर्शाता है। श्री नड्डा ने कहा कि पापुआ न्यू गिनी में जिस तरह से प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया, उसे देखकर भारत के लोगों को गर्व होता है। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों को दुनिया में आगे बढ़ाने में मोदी का बहुत बड़ा योगदान है। श्री नड्डा ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारत का कद बढ़ाया है।
विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने कहा कि पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री श्री मोदी को विश्व गुरु मानते हैं और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री उन्हें बॉस कहते हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के कारण आज दुनिया नया भारत देख रही है।
श्री मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब वह देश की संस्कृति के बारे में बात करते हैं, तो वह दुनिया की आंखों में देखते हैं। उन्होंने कहा कि यह विश्वास इसलिए आया है क्योंकि भारत के लोगों ने देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग यहां आए हैं, वे प्रधानमंत्री मोदी से नहीं बल्कि भारत से प्यार करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान उन्हें जो भी समय मिला, उन्होंने उसका उपयोग राष्ट्र की भलाई और राष्ट्र के लिए श्रेष्ठ निर्णय लेने के लिए किया। श्री मोदी ने कहा कि वे जितने भी नेताओं से मिले और जिन लोगों से बात की, वे मंत्रमुग्ध हुए और उन्होंने भारत की अध्यक्षता में जी-20 के महत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह सभी भारतीयों के लिए बड़े गर्व की बात है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन देशों के नेताओं ने पूछा कि संकट के समय मोदी दुनिया को वैक्सीन क्यों दे रहे हैं। उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि भारत बुद्ध और गांधी की भूमि है। श्री मोदी ने कहा कि हम अपने शत्रुओं की भी परवाह करते हैं, हम करुणा से प्रेरित लोग हैं और हम केवल इसी तरह आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोच रहा है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि जब हम भारत की संस्कृति और महान परंपराओं के बारे में बात करें तो कभी भी दासता की मानसिकता में न रहें और हिम्मत से बात करें। उन्होंने कहा कि विश्व भारत के बारे में जानने के लिए उत्सुक है और वे उनसे इस बात पर सहमत है जब हम कहते हैं कि हमारे तीर्थ स्थानों पर हमला स्वीकार्य नहीं है।
श्री मोदी ने कहा कि सिडनी में भारतीय मूल के लोगों के कार्यक्रम में केवल ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ही शामिल नहीं हुए बल्कि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री, विपक्षी और सत्तारूढ दल के सांसदों ने भी इसमें हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की ताकत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी लोगों ने भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में भाग लिया।