गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक और सभी भारतीयों की आशाओं-आकांक्षाओं की पूर्ति का केंद्र होगा

नई दिल्ली २४ मई : प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी रविवार को नव-निर्मित संसद भवन राष्‍ट्र को समर्पित करते समय लोकसभा अध्‍यक्ष के आसन के निकट ऐतिहासिक स्‍वर्ण राजदंड-सेंगोल को प्रतिष्‍ठापित करेंगे। इस राजदंड का उपयोग 14 अगस्‍त 1947 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ब्रिटेन से भारतीयों को सत्‍ता स्‍थानांतरण के समय किया था। सेंगोल एक तमिल शब्‍द है जिसका अर्थ प्रचुर धन है और यह राजदंड वास्‍तविक और नैतिक नियमों का प्रतीक है। पांच फुट का सेंगोल भारतीय कला का उत्‍कृष्‍ट नमूना है। इसे प्रयागराज के संग्रहालय से लाया गया है।केन्‍द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्‍ली में मीडिया को जानकारी देते हुए पवित्र सेंगोल के इतिहास को स्‍पष्‍ट करते हुए बताया कि सेंगोल ने देश के इतिहास में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभायी है और यह सत्‍ता हस्‍तांतरण का प्रतीक बन गया है।

श्री शाह ने कहा कि देश की सांस्‍कृतिक विरासत, इतिहास, परम्‍परा को न्‍यू इंडिया के साथ जोडने का यह एक अद्वितीय क्षण है। उन्‍होंने कहा कि नया संसद भवन प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता का उदाहरण है। उन्‍होंने बताया कि संसद के लोकार्पण के दिन श्री मोदी उन लगभग साठ हजार कर्मियों को सम्‍मानित करेंगे जिन्‍होंने रिकॉर्ड समय में नए संसद भवन को बनाया है।

मीडिया के एक प्रश्‍न के उत्‍तर में श्री शाह ने कहा कि सरकार ने नए ससंद भवन के लोकार्पण के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है। गृहमंत्री ने ऐतिहासिक सेंगोल की वेबसाइट का शुभारंभ भी किया। इसमें सेंगोल के बारे में विस्‍तृत जानकारी है। केन्‍द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और केन्‍द्रीय संस्‍कृति मंत्री किशन रेड्डी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।