नई दिल्ली १९ मई:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह तीन देशों – जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर रवाना हो गये। यात्रा के पहले चरण में श्री मोदी जापान में, प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा के निमंत्रण पर, जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि जी-7 शिखर सम्मेलन में अनेक प्रमुख प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श होगा। इनमें परमाणु निरस्त्रीकरण, आर्थिक मजबूती और सुरक्षा, क्षेत्रीय मुद्दे, जलवायु और ऊर्जा, खाद्य और स्वास्थ्य तथा विकास संबंधी विषय शामिल है। इनके अलावा डिजिटीकरण तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर भी विचार होगा।
विदेश सचिव ने बताया कि हिरोशिमा में हो रहे शिखर सम्मेलन में भारत की भागीदारी तीन औपचारिक सत्रों में होगी। दो सत्र 20 मई को आयोजित होंगे और तीसरा सत्र 21 मई को होगा। पहले सत्र में खाद्य, स्वास्थ्य, विकास और स्त्री पुरुष समानता पर बातचीत होगी। जबकि दूसरे सत्र का प्रमुख विषय जलवायु, ऊर्जा और पर्यावरण रहेगा। तीसरे सत्र को शीर्षक दिया गया है ‘शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध विश्व की ओर’।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन के अवसर पर अनेक विश्व नेताओं से द्विपक्षीय विचार-विमर्श करेंगे। जापान ने ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कोमोरोस, कुक आईलैंड, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया और वियतनाम को भी आमंत्रित किया है। संयुक्त राष्ट्र सहित कुछ प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संगठन भी बैठक में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे और हिरोशिमा में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण करेंगे। विदेश सचिव ने बताया कि हिरोशिमा में क्वाड नेताओं की बैठक आयोजित करने पर भी विचार किया जा रहा है।
श्री क्वात्रा ने कहा कि जी-7 शिखर सम्मेलन में भारत की नियमित भागीदारी स्पष्ट संकेत है कि शांति, सुरक्षा, विकास और पर्यावरण संरक्षण सहित वैश्विक चुनौतियों के समाधान के प्रयासों में भारत को शामिल किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत की वर्तमान जी-20 अध्यक्षता और दक्षिण देशों के हित को प्राथमिकता देने के संदर्भ में यह और भी महत्वपूर्ण है।
यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री 21 मई की शाम पापुआ न्यू गिनी के पोर्ट मोर्सबी पहुचेंगे। अगले दिन वे हिंद- प्रशांत द्वीप सहयोग मंच के तीसरे शिखर सम्मेलन की संयुक्त रूप से मेजबानी करेंगे। इस मंच में भारत और प्रशांत द्वीप के 14 देश शामिल है। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली पापुआ न्यू गिनी यात्रा होगी। वहां के गवर्नर जनरल और प्रधानमंत्री के साथ बैठक के अलावा श्री मोदी फिजी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्रियों से भी मिलेंगे।
22 मई को श्री मोदी ऑस्ट्रेलिया में सिडनी पहुंचेंगे और 24 मई को ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। गवर्नर जनरल डेविड हर्ली से भी उनकी भेंट का कार्यक्रम है। ऑस्ट्रेलिया में श्री मोदी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और व्यापार प्रमुखों के साथ भी बातचीत करेंगे। 23 मई को सिडनी में वे भारतवासियों से मिलेंगे। इस आयोजन में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के भी शामिल होने की आशा है।