नई दिल्ली ०६ मई : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए आज जम्मू पहुंचे। इन जिलों में अक्तूबर, 2021 से हुए 8 आतंकी हमलों में 26 सैनिक समेत 35 लोगों की मौत हुई है। जम्मू पहुंचने के तुरंत बाद, श्री सिंह सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के साथ राजौरी के लिए रवाना हो गए, जहां कांडी वन-क्षेत्र में आतंकरोधी अभियान जारी है। कांडी क्षेत्र में कल ऑपरेशन त्रि-नेत्र के दौरान 5 जवानों ने बलिदान दिया था और मेजर रैंक के एक अधिकारी घायल हो गए थे।
उत्तरी क्षेत्र के सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, कॉर कमांडर, व्हाइट नाटइ कॉर और जम्मू के मंडल आयुक्त भी राजौरी में राजनाथ सिंह के साथ हैं। कांडी वन क्षेत्र में अभियान की जानकारी लेने के बाद रक्षामंत्री जम्मू कश्मीर में समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा बैठक करेंगे। इसमें विशेष रूप से दो सीमांत जिलों राजौरी और पुंछ में स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इससे पहले, दिन में जी.ओ.सी. इन चीफ उत्तरी कमान लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने मुठभेड़ स्थल का दौरा किया जिन्हें समूह कमांडरों ने जारी ऑपरेशन त्रि-नेत्र की जानकारी दी।
जम्मू मंडल में राजौरी और पुंछ जिलों को एक दशक से अधिक पहले आतंक से मुक्त घोषित किया गया था, लेकिन पिछले 18 महीनों में यहां कई आतंकी घटनाएं हुई हैं। राजौरी जिले के कांडी वन क्षेत्र में 5 जवानों का मारा जाना इस वर्ष की तीसरी बड़ी घटना है। यह घटना एक ऐसे समय में हुई है जब सुरक्षाबल पिछले 15 दिनों से व्यापक धरपकड़ अभियान चला रहे हैं। यह अभियान पिछले महीने की 20 तारीख को पुंछ जिले के तोता गली इलाके में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद शुरू किया गया है। इस घटना में 5 जवान शहीद हो गए थे।