नई दिल्ली २६ अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से देश की सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व करने और राष्ट्र निर्माण के लिए आगे बढ़ने का आग्रह किया है। भारत को विविधता की भूमि बताते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह विविधता ही हमें एक राष्ट्र के रूप में मजबूत करती है। सोमनाथ में सौराष्ट्र तमिल संगमम के समापन समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए श्री मोदी ने लोगों से देश की विविधता को समझने और इसमें रमने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत के अमृतकाल की ओर बढ़ने के साथ अनेक चुनौतियां सामने आएंगी जो देश को बांटने की कोशिश करेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि संघर्षों के बदले एकजुट होने पर ध्यान केन्द्रित करना समय की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सौराष्ट्र- तमिल संगमम केवल दो क्षेत्रों का संगम नहीं बल्कि यह दो प्राचीन सभ्यता-संस्कृतियों और देश की एकता की साझा विरासत का प्रतीक है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन, केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला, केंद्रीय राज्य मंत्री एल. मुरूगन और मीनाक्षी लेखी ने भी समापन समारोह में भाग लिया। दस दिन के इस सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत तमिलनाडु और गुजरात के बीच सदियों पुराने संबंधों को और मजबूत करने के लिए किया गया था।