भारत के ‘नेट जीरो’ लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में टाटा पावर की पहल ‘सस्टेनेबल इज एटेनेबल’ लोगों को जागरूक कर निभा रही अहम भूमिका

– आज पृथ्वी दिवस पर दे पावर को ग्रीन सिग्नल’

– अपने ‘सस्टेनेबल इज एटेनेबल’ जन अभियान के तहत हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए टाटा पावर और न्यूज़18 द्वारा आज रिलीज हो रही है एक प्रेरणादायी फिल्म दे पावर को ग्रीन सिग्नल’

नई दिल्ली, 22 अप्रैल: ‘सस्टेनेबल इज एटेनेबल’ अर्थात् टिकाऊ विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस स्लोगन के साथ भारत में हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के अपने दीर्घकालिक जन अभियान को रफ्तार देते हुए, भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक ‘टाटा पावर’ और मीडिया कंपनी ‘न्यूज18’ मिल कर ‘पृथ्वी दिवस 2023 पर 22 अप्रैल को टेलीविजन और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए एक प्रेरणादायक फिल्म रिलीज कर रही है। दे पावर को ग्रीन सिग्नल’ नामक यह फिल्म ‘अपने ग्रह के लिए निवेश करने की सोच को बढ़ावा देती है।

लद्दाख के मनोरम प्राकृतिक दृश्यों के बीच फिल्माई गई यह फिल्म दर्शाती है कि कैसे सौर ऊर्जा में भविष्य की असीम संभावनाएं छिपी हैं। यह फिल्म हम सभी को ‘स्विचिंग ऑफ’ (बिजली बंद करने) की चिंता किये बिना ‘हरित ऊर्जा की ओर स्विच करने के लिए प्रेरित करती है। ‘दे पावर को ग्रीन सिगनल फिल्म के जरिये टाटा पावर ने सभी भारतीयों से ‘स्वच्छ ऊर्जा’ को अपना कर अपने ग्रह यानी पृथ्वी पर जीवन की सुरक्षा के लिए निवेश करने का आह्वान किया है।

फिल्म की नायिका एक आकांक्षी मुक्केबाज है। उसे लद्दाख में अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम से बिजली आपूर्ति की कमी के कारण समझौता करने की जरूरत नहीं पड़ती है। सौर ऊर्जा से उसका बॉक्सिंग क्षेत्र हमेशा रोशन रहता है, जिसमें वह अभ्यास करती है और इस खेल में बड़ा मुकाम हासिल करने के सपने देखती है। मुक्केबाजी में वैश्विक मंच पर देश का नाम रोशन कर रही भारतीय महिला मुक्केबाज उसकी आदर्श हैं।

फिल्म की रिलीज के संबंध में जानकारी देते हुए टाटा पावर के ब्रांड एंड कम्युनिकेशंस चीफ ज्योति कुमार बंसल ने कहा, ‘पृथ्वी दिवस के मौके पर हम इस तथ्य पर जोर देना चाहते हैं कि सौर ऊर्जा देशभर में जीवन को रोशन कर रही है और स्वच्छ ऊर्जा अपनाने के भारत सरकार के दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रही है। फिल्म में इस तथ्य को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित किया गया है।’

इस प्रेरक फिल्म के साथ टाटा पावर ने अपने जन अभियान ‘सस्टेनेबल इज अटेनेबल के महत्व को भी रेखांकित किया है। यह अभियान दर्शाता है कि कंपनी कॉरपोरेट भारत और ऊर्जा उपभोक्ताओं के लिए टिकाऊ उत्पादों और सेवाओं को अपनाना आसान एवं किफायती बनाने के लिए कैसे काम कर रही है, और उसका यह जन अभियान कैसे लोगों को अपने व्यवहार में परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहा है।

ज्योति कुमार बंसल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू मिशन ‘लाइफ’ के अनुरूप, यह जन अभियान दैनिक जीवन में टिकाऊ ऊर्जा उत्पादों और सेवाओं के उपयोग के बारे में संवाद को बढ़ावा दे रहा है और टाटा पावर को इस संवाद का नेतृत्व करने पर गर्व है।’

सस्टेनेबल इज एटेनेबल’ अभियान को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी और अमिताभ कांत (जी20 शेरपा) आदि के अलावा भारत सहित दुनिया भर के अनेक प्रमुख उद्योगपतियों द्वारा सराहा गया है।

इस जन अभियान का उद्देश्य देश में हरित और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग का प्रचार प्रसार जारी रखना है। अभियान इस तथ्य को जन-जन तक पहुंचाने पर भी फोकस कर रहा है कि किफायती हरित ऊर्जा उत्पादों और समाधानों को बड़े पैमाने पर अपनाने से लाखों भारतीयों के लिए एक टिकाऊ जीवन शैली प्राप्त होगी। टाटा समूह ने भारत के ‘नेट जीरो’ लक्ष्यों में योगदान करते हुए, समूह के लिए एक बड़े फोकस के रूप में सौर ऊर्जा की पहचान की है।

नेटवर्क 18 के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सैनी ने कहा, ‘यह फिल्म सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन प्रयास है। फिल्म यह प्रदर्शित करती है कि हमारी ऊर्जा जरूरतों के लिए वैकल्पिक स्रोत को अपनाना हमारे लिए कितना आसान है। यह फिल्म हमारी पहल ‘सस्टेनेबल इज एटेनेबल’ के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए लोगों के व्यवहार में परिवर्तन को प्रोत्साहित करती है।’

उल्लेखनीय है कि टाटा पावर भारत के चार राज्यों में एक करोड़ 20 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं को ऊर्जा की आपूर्ति करती है। भारत में कंपनी की कई प्रतिष्ठित परियोजनाएं हैं, जिनमें बेंगलुरू में देश का सबसे बड़ा वर्टिकल सोलर फार्म, मुंबई में सौर ऊर्जा से रोशन स्टेडियम आदि शामिल है। हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अपनी अग्रणी पहल के साथ, टाटा पावर भारत के ऊर्जा परिवर्तन मिशन का नेतृत्व कर रहा है।

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