नई दिल्ली १७ अप्रैल : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा है कि महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से ही समाज का सर्वांगीण विकास संभव है। राष्ट्रपति ने आज नई दिल्ली में पंचायतों के प्रोत्साहन पर राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया और राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं को अपने लिए, अपने परिवार के लिए और समाज के कल्याण के लिए निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए। उन्होंने महिलाओं से ग्राम पंचायतों के कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेने का भी आग्रह किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि गांवों के विकास से ही देश की समग्र प्रगति हो सकती है। उन्होंने कहा कि एक गांव परिवार का विस्तार है और सभी सामुदायिक कार्य आपसी सहमति से किए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समूचे देश के विकास में गांव बुनियादी इकाइयां हैं, जिन्हें पहले विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने ग्रामीणों को अपने गांव को अपनी पसंद के अनुसार विकसित करने का अधिकार दिये जाने पर भी जोर दिया।
गांवों के विकास में पंचायतों की भूमिका के बारे में राष्ट्रपति ने कहा कि पंचायत न केवल सरकारी कार्यक्रमों और पहलों को लागू करने का एक साधन है, बल्कि अग्रणी नेतृत्व, योजनाकारों, नीति-निर्माताओं और नव-प्रवर्तकों को प्रोत्साहित करने का स्थान भी है। उन्होंने पंचायत चुनावों के दौरान शांति और सद्भाव बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।