नई दिल्ली १३ अप्रैल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज का नया भारत ऐसी नीतियों और कार्यनीतियों के साथ आगे बढ़ रहा है, जिनसे नए अवसरों के द्वार खुल रहे है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक भारत में रोजगार और स्वरोजगार के जो अवसर पैदा कर रहा है, उसकी पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 71 हजार नव नियुक्त कार्मिकों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के बात लोगों को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं की प्रतिभा और क्षमता के अनुसार उचित अवसर प्रदान करने के प्रति वचनबद्ध है ताकि विकसित भारत का लक्ष्य हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और विश्व बड़ी उम्मीद के साथ भारत की ओर देख रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत अभियान की सोच और लक्ष्य स्वदेशी तथा वोकल फोर लोकल से परे हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान गांवों और शहरों में समान रुप से रोजगार के अवसर पैदा करने से संबंध है। श्री मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन-शासित राज्यों में भर्ती प्रक्रिया तेजी से जारी है। उन्होंने कहा कि कल अकेले मध्यप्रदेश में 22 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाना राष्ट्र के युवाओं के प्रति सरकार की वचनवद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से भारत ने सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया गया, जबकि उससे पहले स्थिति निष्क्रिय बनी हुई थी। स्टार्टअप्स और भारतीय युवाओं के उत्साह का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप्स ने 40 लाख प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार के अवसर पैदा किए है। उन्होंने ड्रोन और खेल जगत में रोजगार के नए आयामों की भी चर्चा की। बुनियादी ढांचा क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं को उजागर करते हुए प्रधानमंत्री कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पूंजी-व्यय में चार गुना बढ़ोत्तरी हुई है। प्रधानमंत्री ने नव नियुक्त कार्मिकों से कहा कि उन्हें रोजगार के माध्यम से ऐसे समय राष्ट्र के विकास में योगदान का अवसर मिला है, जब भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर है।
हमारे संवाददाता ने बताया है कि नव नियुक्त कार्मिक केन्द्र सरकार के अंतर्गत रेल प्रबंधक, स्टेशन मास्टर, निरीक्षक, कॉन्सटेबल, आशुलिपिक, डाक सहायक, आयकर निरीक्षक, सहायक प्रोफेसर, शिक्षक और नर्स सहित विभिन्न पदों पर कार्य करेंगे। चुने गए व्यक्तियों को कर्मयोगी प्रारंभ के जरिए प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। यह एक ऑनलाइन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम है जो सरकार के विभिन्न विभागों में नव नियुक्त कार्मिकों के लिए तैयार किया गया है। रोजगार मेला रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की दिशा में एक कदम है।