नई देहली १२ अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो काफ्रेंस के माध्यम से राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी रवाना की। यह रेलगाड़ी कल से अजमेर से दिल्ली कैंट तक चलेगी। यह जयपुर, अलवर और गुरूग्राम में रूकेगी।
उद्घाटन के बाद श्री मोदी ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस से “भारत प्रथम, हमेशा प्रथम” की भावना की मजबूत होती है। उन्होने कहा कि यह रेलगाड़ी विकास, आधुनिकता, आत्मनिर्भरता और स्थिरता का पर्याय है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस से राजस्थान के पर्यटन उद्योग को महत्वर्पूण लाभ होगा। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों में छठी वंदे भारत एक्सप्रेस को रवाना करना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत रेलगाडियों के शुरू होने के बाद से अब तक साठ लाख से भी अधिक लोग इनसे यात्रा कर चुके हैं। श्री मोदी ने कहा कि इनसे लोगों के लगभग ढाई हजार घंटे समय की बचत हुई है।
श्री मोदी ने कहा कि भष्टाचार के कारण पहले भारतीय रेलवे का आधुनिकरण बाधित था। प्रधानमंत्री ने कहा कि निहित स्वार्थों की राजनीति ने रेलवे के विकास को बाधित किया और बड़े पैमाने पर भष्टाचार ने रेलवे का विकास नहीं होने दिया।
श्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने राजस्थान में रेल और सड़क नेटवर्क मजबूत करने के लिए अभूतपूर्व प्रयास किया है। हाल में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोठ स्टेशन का उद्धाटन किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सड़क नेटवर्क भी विकसित किया जा रहा है।
आयोजन को संबोधित करते हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे को आधुनिक, तीव्र और सुरक्षित बनाने के लगातार प्रयास किए गए जा रहे हैं। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.पी. जोशी, अनेक सांसद और विधायक कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।
नई वंदे भारत एक्सप्रेस अजमेर और दिल्ली कैंट की बीच की दूरी पांच घंटे 15 मिनट में तय करेगी, जबकि इसी मार्ग पर अबतक की सबसे तेज गति की शताब्दी एक्सप्रेस छह घंटे 15 मिनट का समय लेती है।