नई दिल्ली ०३ अप्रैल : विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने भारत के आतंरिक मामलों पर जर्मनी और अमरीका की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बेंगलुरू दक्षिण से सांसद तेजस्वी सूर्या द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने कहा कि पश्चिमी देशों को अन्य देशों के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने की लत है। उन्होंने कहा कि ये देश सोचते हैं कि उन्हें ईश्वर ने यह अधिकार दिया है। लेकिन उन्हें यह अनुभव होना चाहिए कि उनके ऐसा करने पर अन्य देश भी उनके मामलों में टिप्पणी करना शुरू कर देंगे।
श्री जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी देश को ऐसी टिप्पणी करने से बाज़ आना चाहिए जिससे विश्व को भारत में समस्याएं होने के बारे में बहस के लिए आमंत्रित किया जाए।भारत की जी-20 अध्यक्षता के बारे में विदेश मंत्री ने कहा कि यह भारत को विश्व के लिए तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि भारत ने करीब सवा सौ ऐसे देशों का मशविरा प्राप्त किया है जो जी-20 की सदस्य नहीं है। उन्होंने अपनी समस्याएं रखी हैं।