नई दिल्ली २८ मार्च : भारत की जी 20 की अध्यक्षता में चल रही पर्यावरण तथा जलवायु निरंतरता कार्यकारी समूह की दूसरे दिन की बैठक नमामि गंगे सहित विभिन्न परियोजनाओं के जरिए जल संसाधन प्रबंधन पर भारत की प्रस्तुति के साथ शुरू हुई। तीन दिवसीय बैठक का आयोजन कल से गांधीनगर के महात्मा मंदिर सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र में किया गया है। पहले दिन जी 20 के सदस्य देशों ने जल संसाधन प्रबंधन को लेकर अपने श्रेष्ठ प्रयासों पर प्रस्तुतियां दीं। दूसरे दिन आकाशवाणी से बातचीत में जल शक्ति मंत्रालय की विशेष सचिव देबॉश्री मुखर्जी ने कहा कि इस बैठक के दौरान भारत ने जल संसाधन प्रबंधन पर अपने श्रेष्ठ प्रयासों की प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि भारत ने विभिन्न परियोजनाओं में अपनी उपलब्धियों और कार्य का उल्लेख किया। हमारे संवाददाता ने बताया है कि जी20 देशों के लगभग एक सौ 30 प्रतिनिधि और आमंत्रित देश इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
दूसरे दिन इस बैठक के दौरान जल शक्ति मंत्रालय ने विभिन्न परियोजनाओं के जरिए जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में अपने मुख्य हस्तक्षेपों का प्रदर्शन किया। इस बैठक में नमामि गंगे, जलवायु अनुकूल अवसंरचना, सहभागी भू-जल प्रबंधन और जल जीवन मिशन तथा स्वच्छ भारत अभियान सहित कई परियोजनाओं पर प्रस्तुति दी गई। इस बैठक में जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत विभिन्न संगठनों ने भी अटल भू-जल योजना और जल शक्ति अभियान जैसी योजनाओं पर गुणवत्तापूर्ण कार्य का प्रदर्शन करने के लिए अपने स्टॉल लगाए हैं। यह तीन दिवसीय बैठक विदेशी प्रतिनिधियों के समक्ष भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करने का एक अवसर भी देती है।