नई दिल्ली २१ मार्च: जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जी-7 हिरोशिमा शिखर सम्मेलन में औपचारिक रूप से आमंत्रित किया है। इससे पहले कल दोनों नेताओं ने नई दिल्ली में शिष्टमंडल स्तर की वार्ता की, जिससे भारत-जापान संबंधों में मजबूती आयेगी। वार्ता के बाद अपने वक्तव्य में श्री मोदी ने कहा कि भारत अल्प विकसित और विकासशील देशों की आवाज है। प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि यह वर्ष अनूठा है क्योंकि भारत और जापान क्रमश: जी-20 और जी-7 की अध्यक्षता कर रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि भारत और जापान के बीच पर्यटन आदान प्रदान वर्ष 2023 का विषय हिमालय को माउंट फुजी से जोडना है। श्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच भागीदारी मजबूत किये जाने से हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। द्विपक्षीय संबंधों, रक्षा व्यापार से लेकर डिजिटल भागीदारी तक चर्चा के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों ने प्रमुख मुददों पर बातचीत की है।
वहीं विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि भारत और जापान ने द्विपक्षीय वार्ता से अलग दो दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये हैं। इन समझौतों में जापानी भाषा में सहयोग के आशय पत्र का नवीनीकरण और मुम्बई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना पर तीन सौ अरब येन के जिका ऋण के नोट का आदान प्रदान शामिल हैं। श्री क्वात्रा ने कहा कि श्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री के साथ इच्छा व्यक्त की है कि अगले वर्ष को दोनों देशों के बीच युवाओं के आदान-प्रदान का वर्ष घोषित किया जायेगा।