नई दिल्ली २० मार्च : वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि 31 मार्च, 2023 तक केंद्र सरकार के ऋण या देनदारियों की कुल राशि लगभग एक अरब 55 करोड 80 लाख रुपये अनुमानित है। यह सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी का 57 दशमलव 3 प्रतिशत है। श्रीमती सीतारामन ने आज लोकसभा में बताया कि इसमें से वर्तमान विनिमय दर के अनुसार सात लाख तीन हजार करोड़ रूपये का विदेशी कर्ज अनुमानित है और यह सकल घरेलू उत्पाद का दो दशमलव छह प्रतिशत है।
श्रीमती सीतारामन ने आज लोकसभा में बताया कि इसमें से वर्तमान विनिमय दर के हिसाब से सात लाख तीन हजार करोड़ रूपये का विदेशी कर्ज अनुमानित है और यह सकल घरेलू उत्पाद का दो दशमलव छह प्रतिशत है। इस सवाल पर कि क्या भारतीय रुपये के मुकाबले हाल के दिनों में अमेरिकी डॉलर में भारी वृद्धि के कारण देश का विदेशी ऋण भारी बोझ बन गया है, उन्होंने जवाब दिया कि विदेशी ऋण का हिस्सा केंद्र सरकार के कुल ऋण या देनदारियों का केवल 4 दशमलव 5 प्रतिशत और जीडीपी के 3 प्रतिशत से कम है।
वित्तमंत्री ने बताया कि विदेशी ऋण का वित्त पोषण अधिकतर बहुपक्षीय और द्विपक्षीय एजेंसियों द्वारा रियायती दरों पर किया जाता है और इसलिए इसका जोखिम सुरक्षित और विवेकपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने सरकार के साथ विचार-विमर्श के बाद हाल ही में विदेशी मुद्रा कोष के स्रोतों में विविधता लाने और विस्तार के लिए विभिन्न उपायों की घोषणा की है।