नई दिल्ली ७ मार्च: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ऑटो उद्योग को भारत के स्वदेशीकरण प्रयासों का समर्थन करने के लिए अनुसंधान और विकास में अधिक समय, प्रयास और धन निवेश करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि यह भारत को आने वाले समय के लिए अपने अनुसंधान एवं विकास पर निर्भर रहने के बजाय अन्य देशों को समाधान प्रदान करने में भी मदद करेगा। श्री गोयल नई दिल्ली में एसीएमए के आत्मनिर्भर उत्कृष्टता पुरस्कार और प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन 2023 को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है और स्थिरता सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था और व्यवसायों का विकास प्रौद्योगिकी और अनुसंधान एवं विकास में निवेश के स्तर पर निर्भर करेगा। श्री गोयल ने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में, यदि भारत उत्पादकता और गुणवत्ता की दोहरी चुनौतियों का समाधान करता है, तो यह अपने प्रौद्योगिकी स्तर, प्रबंधकीय क्षमताओं, कुशल कार्यबल और प्रतिबद्धता स्तरों के साथ उत्कृष्टता को प्राप्त कर सकता है। श्री गोयल ने कहा कि इन दो पहलुओं पर ध्यान देने से भारत को मूल्य प्रतिस्पर्धा में भी उत्कृष्टता हासिल होगी, साथ ही अपनी और दुनिया दोनों की जरूरतों को पूरा करने में सफल हो सकेगा। उन्होनें ऑटो उद्योग से स्थानीय उत्पादों की खरीद करने का आह्वान किया और उनसे कहा कि वे संपूर्ण मूल्य श्रृंखला को स्वदेशी बनाने के लिए छोटे आपूर्तिकर्ताओं का समर्थन करे और सशक्त बनायें। उन्होंने ऑटो कंपोनेंट उद्योग से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि डुप्लीकेट कंपोनेंट्स की वजह से विश्व बाजार में भारत की विश्वसनीयता प्रभावित न हो।
2023-03-07