नए शहरों का विकास 21वीं सदी में भारत की नई पहचान बनाएगा : प्रधानमंत्री

नई दिल्ली १ मार्च: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत जैसे तेजी से प्रगति करने वाले देश के लिए शहरी नियोजन समय की आवश्यकता है और यह अमृतकाल में देश की नियति निर्धारित करेगा। शहरी नियोजन, विकास और स्वच्छता पर बजट के बाद के वेबिनार में अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट 2023-24 में शहरी नियोजन और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि नए शहरों का विकास 21वीं सदी में भारत की एक नई पहचान बनाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का तेजी से शहरीकरण हो रहा है और इसलिए भविष्य के अनुकूल बुनियादी ढांचे का निमार्ण किया जाना महत्‍वपूर्ण है। श्री मोदी ने शहरी विकास में परिवहन प्रणाली, बुनियादी ढांचे और जल प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्‍यकता पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा, भारत चक्रीय अर्थव्‍यवस्‍था को शहरी विकास का प्रमुख स्तंभ बना रहा है। उन्होंने शहरी नियोजन और शहरी प्रशासन के विशेषज्ञों से भौगोलिक सूचना प्रणाली, वृहद नियोजन कुशल मानव संसाधन और क्षमता निर्माण में नवीन विचारों के साथ आने को कहा। उन्होंने कहा कि शहर के विकास में एक महत्वपूर्ण स्तंभ परिवहन योजना है और हरित गतिशीलता, सड़कों का विस्‍तार और ऐलिवेटिड सड़कों को परिवहन योजना में शामिल किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि शहरी विकास के साथ-साथ मानव केंद्रित विकास सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

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