नई दिल्ली २१ जनबरी: विदेशमंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि जब कभी श्रीलंका को जरूरत पड़ी है, तो भारत ने एक विश्वसनीय पड़ोसी और साझेदार की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की पड़ोसी पहले की नीति को अभिव्यक्त करती है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत चाहता है कि श्रीलंका की वर्तमान स्थिति में सुधार और विकास का मार्ग प्रशस्त हो। भारत, ऋण उपलब्ध कराने वाले देशों में पहला देश है जिसने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से श्रीलंका को ऋण उपलब्ध कराने के तौर-तरीके में बदलाव किये जाने का आश्वासन दिया है। श्री जयशंकर ने श्रीलंका की दो दिवसीय यात्रा के समापन पर यह घोषणा की।
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले वर्ष के दौरान भारत की उदारता और समय पर दी गई सहायता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने ऋण के पुनर्गठन की दिशा में दिए गए आश्वासन के लिए भी आभार व्यक्त किया।