नई दिल्ली १४ जनबरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि विकासशील देश संपूर्ण मानवता की समृद्धि और भलाई वाला वैश्वीकरण चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कल वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के समापन सत्र को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जी 20 के अध्यक्ष के रूप में ग्लोबल साउथ यानी विकासशील देशों से जुड़े मुद्दों को उठाने का प्रयास करेगा। श्री मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना करेगा। यह केन्द्र विकासशील देशों के विकास समाधानों या सर्वोत्तम प्रथाओं पर शोध करेगा। उन्होंने कहा कि भारत अन्य विकासशील देशों के साथ विशेषज्ञता साझा करने के लिए ग्लोबल साउथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी पहल शुरू करेगा। श्री मोदी ने इस अवसर पर एक नई आरोग्य मैत्री परियोजना की घोषणा की। इसमें भारत प्राकृतिक आपदाओं या मानवीय संकट से प्रभावित किसी भी विकासशील देश को आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति करेगा।