त्रिपुरा में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान की स्थिति है, हम लोगों के मतदान के अधिकार को सुनिश्चित करेंगे: मुख्य चुनाव आयुक्त

अगरतला, 12 जनवरी : चुनाव आयोग त्रिपुरा चुनावों के पिछले सभी अनुभवों से समृद्ध हुआ है। इसलिए, अगला विधानसभा चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आयोजित किया जाएगा, भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज त्रिपुरा का दौरा करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में दृढ़ता से आश्वासन दिया है। उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की स्थिति है। उन्होंने इस स्थिति को बनाए रखने के लिए चुनाव से जुड़े सभी लोगों को सख्त हिदायत दी है।

उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में उद्देश्य की तलाश करना कई लोगों की प्रकृति है। हालांकि शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। इस मामले में, उद्देश्य लोगों के मतदान के अधिकार को सुनिश्चित करना है।

गौरतलब है, त्रिपुरा मे कुल 2813478 वोटर है। इनमे 1414576 पुरुष, 1398825 महिला और 77 तृतीय लिंग के वोटर है। सर्विस वोटर की संख्या 10344 है। इसके अलाबा दिव्यांगन 17297 वोटर है।  

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने कल सभी राजनीतिक दलों, जिलाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक, निर्वाचन अधिकारी, पुलिस महानिदेशक, मुख्य सचिव और अन्य के साथ बैठक की है। विधानसभा चुनाव की तैयारियों की जानकारी दी गई है। उसमें कहा गया है कि त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयारियां ठीक से कर ली गई हैं। उनके मुताबिक, त्रिपुरा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए आयोग ने दृढ़ निश्चय कर लिया है। हिंसा मुक्त माहौल में चुनाव कराने की पूरी कोशिश की गई है। आयोग इस संबंध में सभी का सहयोग मांग रहा है।

उनके मुताबिक, देश के ज्यादातर राज्यों में चुनाव से पहले और चुनाव के बाद हिंसा कम हुआ है। त्रिपुरा में स्थिति को बदलने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा, चुनाव से जुड़े सभी लोगों को बताया गया है कि प्रत्येक राजनीतिक दल को चुनाव में भाग लेने का अवसर दिया जाना चाहिए। मतदाताओं को भयमुक्त वातावरण में मतदान के अधिकार की गारंटी दी जाए। अगर वे इस मामले में लापरवाही करते हैं तो उन्हें जवाब देना होगा। जरूरत पड़ी तो आयोग सख्त कार्रवाई करेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त का कड़ा संदेश, पहले आओ पहले पाओ, इस तरह सभी राजनीतिक दलों को चुनाव में भाग लेने के अवसर की गारंटी दी जाएगी।

उन्होंने दावा किया कि सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी। ईभीएम की निगरानी के लिए भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। यहां तक कि, केंद्रीय अर्धसैनिक बल सभी चेकपोस्टों और नाका बिंदुओं पर सुरक्षा के प्रभारी होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बलों की तैनाती की जिम्मेदारी पर्यवेक्षकों की होगी। प्रत्याशियों तथा पूलिंग एवं मतगणना अभिकर्ताओं की सुरक्षा जिलाधिकारी एवं जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।

उन्होंने कहा कि एसडीएम के कार्यालय में निर्वाचन संबंधी शिकायतों की रिपोर्ट देने की व्यवस्था होगी। EVGIL ऐप्स के माध्यम से भी शिकायतें की जा सकती हैं। उन्होंने कहा, 50 फीसदी मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग सिस्टम होगा। ऐसे में सभी कैमरे चालू रहे, चुनाव अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी बूथों पर एक माइक्रो ऑब्जर्वर होगा। वह एक केंद्रीय कर्मचारी होंगे।

उन्होंने साफ किया कि चुनाव प्रचार की अवधि खत्म होने के बाद कोई सभा या प्रचार नहीं किया जा सकता है। यहां तक कि राजनीतिक दलों को भी चुनाव में विज्ञापन के लिए एमसीएमसी कमेटी की मंजूरी लेनी पड़ेगी। उन्होंने दावा किया कि फेक न्यूज की सत्यता की जांच के लिए एक टीम बनाई जाएगी। इस मामले में जरूरत पड़ी तो आयोग सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध वित्तीय लेन-देन पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी। ऐसे में संबंधित संस्थाएं उन सबकी गिरह की कानून के चपेट मे लाने की व्यवस्था करें।उन्होंने दावा किया कि आगामी चुनावों में महिलाओं, दिव्यांगों और नए मतदाताओं को सशक्त बनाने के लिए पहल की गई है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि त्रिपुरा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की स्थिति है। पिछले सभी अनुभवों से आवश्यक उपाय किए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि त्रिपुरा में मतदान पर्व शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाएगा। मतदाताओं के साथ-साथ सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में यह भी कहा कि चुनावी प्रक्रिया में मकसद तलाशना कई लोगों की फितरत होती है। आयोग का उद्देश्य लोगों के मतदान के अधिकार को सुनिश्चित करना है। इस संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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