नई दिल्ली ०२ जनबरी: विदेश में सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष गहरी चिन्ता का विषय है। ऑस्ट्रिया के वियना में प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ संवाद में उन्होंने कहा कि भारत शांति का पक्षधर है और इसलिए दोनों देशों से बातचीत और कूटनीतिक रास्ते पर वापसी की अपील कर रहा है। डॉ. जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सितंबर में यह कहा था कि यह युग, युद्ध का नहीं है। वार्ता से समस्या का समाधान किया जा सकता है।
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने वियना में ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए सहमत हुए हैं। एक ट्वीट में डॉक्टर जयशंकर ने बताया कि उन्होंने अपने स्वागत के लिए चांसलर कार्ल नेहमर के प्रति आभार प्रकट किया और उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने यूरोपीय संघ की नीतियों और यूक्रेन संघर्ष के संबंध में उनके दृष्टिकोण की प्रशंसा की। साथ ही दोनों नेताओँ ने हिन्द-प्रशांत और पश्चिम एशिया से जुड़े मामलों पर चर्चा भी की। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि बैठक में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर सहमति बनी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों में सुधार के लिए ऑस्ट्रिया के समर्थन को वे महत्वपूर्ण मानते हैं।
इससे पहले कल, डॉक्टर जयशंकर ने वियना में बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन गियोर्गियेव रादेव के साथ भी बातचीत की। एक ट्वीट में डॉ जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों के बीच निर्माण व्यवसाय और आपूर्ति श्रृंखला को लचीला बनाने के बारे में आपसी सहयोग मजबूत करने पर चर्चा की।
वर्ष की अपनी पहली कूटनीतिक यात्रा में डॉक्टर जयशंकर ने ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री अलेक्जेंडर स्कैलेनबर्ग के साथ भी मुलाकात की। उन्होंने वियना में पारंपरिक नववर्ष संगीत समारोह में निमंत्रण देने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। पिछले 27 वर्षों में भारत से ऑस्ट्रिया की विदेश मंत्री स्तर की यह पहली यात्रा है।