नई दिल्ली २३ दिसंबर: देश के सभी हवाई अड्डों पर अंतराष्ट्रीय उड़ानों के कुल यात्रियों में से दो प्रतिशत यात्रियों का आगमन के समय कल से औचक कोविड परीक्षण किया जाएगा। नागर विमानन मंत्रालय ने देश में कोरोना के नए रूप का खतरा कम करने के लिए यह निर्णय लिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने नागर विमानन सचिव राजीव बंसल को लिखे पत्र में कहा है कि प्रत्येक उड़ान में इन यात्रियों की पहचान संबंधित विमानन कम्पनी करेगी और ये सभी यात्री अलग-अलग देशों से होने चाहिएं। इन यात्रियों को कोविड परीक्षण के बाद ही हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति मिलेगी। संक्रमित होने की स्थिति में उनकी रिपोर्ट एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम और संबंधित राज्यों को आगे की कार्रवाई के लिए भेजी जाएगी।
श्री भूषण ने कहा कि इन नमूनों को जीनोम परीक्षण के लिए भारतीय-सार्स कोविड-प्रयोगशाला नेटवर्क-INSACOG में भी भेजा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि नागर विमानन मंत्रालय कोविड संबंधी जांच समन्वित करेगा और इसका खर्च स्वास्थ्य मंत्रालय वहन करेगा। श्री भूषण ने स्वास्थ्य मंत्रालय से अनुरोध किया कि सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर कोविड जांच रियायती और समान दरों पर की जाए।
श्री भूषण ने कहा कि निरंतर प्रयासों और परीक्षण, निगरानी, उपचार, टीकाकरण और कोविड से जुड़े दिशा निर्देशों के पालन की पांच-सूत्री रणनीति पर ध्यान केंद्रित कर भारत कोरोना पर प्रभावी ढंग से नियंत्रण करने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। 19 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में रोजाना औसतन लगभग 5 लाख नब्बे हज़ार लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो रही है।