नई दिल्ली २० दिसंबर : संसद के दोनों सदनों में स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय जनता पार्टी के योगदान पर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे की कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी पर हंगामा हुआ। राजस्थान के अलवर में एक समारोह को संबोधित करते हुए श्री खरगे ने भाजपा के खिलाफ टिप्पणी की थी। आज सवेरे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने खरगे के खिलाफ नारेबाजी की। सदन के नेता पीयूष गोयल ने उनकी टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें देश और भाजपा से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री खरगे का व्यवहार और भाषा उचित नहीं थी। श्री गोयल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के कारण ही जम्मू-कश्मीर की स्थिति खराब हुई है और चीन घुसपैठ कर रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर का भी अपमान किया है। इसके जवाब में श्री खरगे ने कहा कि उन्होंने जो भी कहा सदन के बाहर कहा था। इसे सदन में नहीं उठाना चाहिए। श्री खरगे ने आरोप लगाया कि स्वतंत्रता संग्राम में भाजपा की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस ही है जिसके दो प्रधानमंत्रियों ने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है। सदन में सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक और नारेबाजी चली।
इससे पहले, सभापति जगदीप धनखड ने सदन में हंगामे की स्थिति पर कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के एक सौ 35 करोड लोग सदन की कार्यवाही पर चिंतित हैं और सदन की कार्यवाही जैसे को तैसे पर चहीं चलनी चाहिए। सभापति ने भारत-चीन सीमा और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए विपक्ष द्वारा लाए गए छह प्रस्ताव भी अस्वीकार किए। श्री धनखड ने फिर कहा कि यह प्रस्ताव निर्धारित नियमों के अनुकूल नहीं है।
लोकसभा में भी ऐसी ही स्थिति रहने के कारण सदन की कार्यवाही 11 बजकर तीस मिनट तक के लिए स्थगित की गई। आज सवेरे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता और विपक्षी सदस्यों के बीच नारेबाजी होती रही। भाजपा सदस्य मल्लिकार्जुन खरगे से माफी मांगने की मांग कर रहे थे। हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर तीस मिनट तक स्थगित कर दी।