नई दिल्ली १७ दिसंबर: बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 81 हो गई है। इस त्रासदी में सबसे अधिक 74 मौतें सारण जिले में हुई हैं। जहरीली शराब से मृतकों की संख्या नए इलाकों में भी बढ़ रही हैं। 25 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। हताहतों की संख्या और बढ़ने की संभावना है क्योंकि 30 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें से 12 की हालत गंभीर है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हादसे पर बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है। एनएचआरसी ने मीडिया में आई खबरों का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से इस मामले में जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी की स्थिति, अस्पताल में भर्ती पीड़ितों का उपचार और पीड़ित परिवारों को कोई मुआवजा दिया गया हो तो उसका भी विवरण मांगा है। एनएचआरसी ने अप्रैल, 2016 से बिहार में अवैध शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगाने की अपनी नीति को लागू करने में राज्य सरकार की विफलता को भी चिन्हित किया है।
सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा कि इस संबंध में अब तक 213 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।