श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने श्वेत क्रांति के लिए भारत से सहायता की मांग की

नई दिल्ली ०६ दिसंबर: श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने श्वेत क्रांति के लिए भारत से सहायता की मांग की है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और अमूल श्रीलंका में दुग्ध उत्पादन दोगुना करने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे। श्री विक्रमसिंघे ने एक समिति का गठन किया है जो स्थानीय स्तर पर दुग्ध उत्पादन में वृद्धि की लघु, मध्यम और दीर्घकालिक योजना बनाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ मिलकर काम करेगी। भारत विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है। यहां विश्व का 22 प्रतिशत दुग्ध उत्पादन होता है। श्रीलंका में किए गए प्रयासों के बाद 2015 से 2021 के बीच दुग्ध उत्पादन में 34 प्रतिशत वृद्धि हुई लेकिन वह इस क्षेत्र आत्मनिर्भरता हासिल करने से अभी काफी दूर है। दो करोड़ 20 लाख की आबादी वाले श्रीलंका में सालाना 30 करोड़ अमरीकी डॉलर से अधिक के डेयरी उत्पादों का आयात होता है।

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