वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारामन ने देश में नशीले पदार्थों और अन्‍य वस्‍तुओं की तस्‍करी रोकने के लिए अंतर्राष्‍ट्रीय सहयोग की आवश्‍यकता पर बल दिया

नई दिल्ली ०५ दिसंबर: केन्‍द्रीय वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारामन ने देश में नशीले पदार्थों और अन्‍य वस्‍तुओं की तस्‍करी रोकने में अंतर्राष्‍ट्रीय सहयोग की आवश्‍यकता पर बल दिया है। आज नई दिल्‍ली में राजस्‍व गुप्‍तचर निदेशालय के 65वें स्‍थापना दिवस पर वित्‍तमंत्री ने कहा कि सहयोगी देशों और उनकी एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना जरूरी है। इसके लिए भारत ने जानकारी जुटाने की बेहतर व्‍यवस्‍था करने के वास्‍ते द्विपक्षीय समझौते किये हैं। श्रीमती सीतारामन ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से अपराध की छानबीन में टैक्‍नोलॉजी का बेहतर इस्‍तेमाल करने का आग्रह भी किया। उन्‍होंने कहा कि डेटा को सुरक्षित रखना भी सीमाओं की सुरक्षा जितना ही महत्‍वपूर्ण है।

वित्‍तमंत्री ने भारत में कोकीन की तस्‍करी पर गंभीर चिन्‍ता व्‍यक्‍त की और कहा कि हमें ऐसी स्थिति से बचना होगा, जिसमें देश तस्‍करी का रास्‍ता बने या यहां नशीले पदार्थों के सेवन को बढावा मिले। वित्‍तमंत्री ने भारत में तस्‍करी के बारे में 2021-22 की रिपोर्ट जारी की, जिसमें तस्‍करी और वाणिज्यिक धोखाधडी तथा इनकी रोकथाम के लिए अंतर्राष्‍ट्रीय सहयोग की व्‍यापक समीक्षा की गई है।

इस अवसर पर वित्‍त राज्‍यमंत्री पंकज चौधरी, राजस्‍व सचिव संजय मल्‍होत्रा और सीबीआईसी के चेयरमैन विवेक जौहरी भी उपस्थित थे। तस्‍करी की रोकथाम के उपायों को लागू करने के उद्देश्‍य राजस्‍व गुप्‍तचर निदेशालय का गठन 4 दिसम्‍बर 1957 में किया गया था। इसका मुख्‍यालय नई दिल्‍ली में है और इसके 12 आंचलिक, 35 क्षेत्रीय और 15 उप-क्षेत्रीय इकाइयां हैं।