नौसेना दिवस आज मनाया जा रहा है, प्रधानमंत्री ने कहा–नौसेना को चुनौतीपूर्ण समय में मानवीय कार्यों में महारत हासिल

नई दिल्ली 04 दिसंबर: नौसेना अध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार ने आज नौसेना दिवस के मौके पर कहा, भारतीय नौसेना का उद्देश्य भारत में भारत द्वारा निर्मित और भारत की सुरक्षा के समाधान तैयार करना है ताकि आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूत किया जा सके।

आज नौसेना दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में भारतीय नौसेना की भूमिका को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। इस युद्ध में भारतीय युद्धपोतों ने कराची बंदरगाह पर हमला कर पश्चिमी तट पर पाकिस्तानी कार्रवाई को विफल कर दिया था। इस ऑपरेशन ट्राइडेंट में भारतीय नौसेना ने पी.एन.एस. खैबर सहित चार पाकिस्तानी पोत डूबो दिये थे और सैकड़ों पाकिस्तानी नौ-सैनिकों को मार गिराया था। आज का दिन नौसेना की उपलब्धियों और देश की समुद्री सीमा को सुरक्षित रखने में उसकी भूमिका को उजागर करने के लिए भी मनाया जाता है।

नौसेना अध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना का उद्देश्य भारत में भारत द्वारा निर्मित और भारत की सुरक्षा के समाधान तैयार करना है ताकि आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूत किया जा सके। नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एडमिरल हरि कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना आत्मनिर्भरता तथा स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास पर जोर दे रही है और नौसेना के पास पूंजीगत परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में भारतीय नौसेना ने अपने संचालन को नई ऊंचाईयां दी है। अग्निपथ योजना का उल्लेख करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि तीन हजार अग्निवीरों का पहला जत्था नौसेना में शामिल कर लिया गया है जिनमें 341 महिला नाविक शामिल हैं। इन अग्निवीरों के इस महीने से आई.एन.एस. चिल्का में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस मौके पर भारतीय नौसेना की प्रशंसा की है। उन्होंने नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी। श्री मोदी ने कहा कि नौसेना ने लगातार देश की सुरक्षा में तत्पर रही है और इसे चुनौतीपूर्ण समय में मानवीय कार्यों में महारत हासिल है। श्री मोदी ने नौसेना के समृद्ध इतिहास पर गर्व प्रकट किया।

इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी नौसेना के शौर्य, समर्पण और राष्‍ट्रीय समुद्री सीमाओं की रक्षा की प्रतिबद्धता के लिए नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी नौसेना के साहस, कटिबद्धता और पेशेवर रवैये की प्रशंसा की है। उन्‍होंने कहा है कि भारतीय नौसेना हमारी समुद्री सुरक्षा को अक्षुण्‍ण रखने में अग्रणी रही है।

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