नई दिल्ली ०२ दिसंबर: विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने कहा है कि भारत जी 20 की अध्यक्षता के दौरान यूक्रेन सहित कई वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श के माध्यम से आम सहमति बनाने का प्रयास करेगा। भारत ने कल एक वर्ष के लिए जी20 की अध्यक्षता औपचारिक रूप से ग्रहण की। कल पहले दिन नई दिल्ली में जी-20 विश्वविद्यालय संपर्क- युवाओं की भागीदारी विषय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें देश के 75 विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी वर्चुअल माध्यम से एक साथ आए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि भारत एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमरीका सहित विश्व के दक्षिणी देशों की आवाज के रूप में उभरने का प्रयास करेगा। इन देशों को विकसित विश्व में ध्रुवीकरण और संघर्ष का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि भारत जी20 की अध्यक्षता के दौरान ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और जलवायु संबंधी गतिविधियों जैसे मुद्दों को उठाएगा। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की जी20 की अध्यक्षता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े महत्वपूर्ण समय में हो रही है। विशेष रूप से यह जरूरी है कि विश्व के नेता उचित मुद्दों-विशेष रूप से विश्व के वंचित वर्ग के लोगों से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने कहा कि विविध हितों को सौहार्दपूर्ण बनाना भारत के इतिहास और संस्कृति से मजबूती से जुड़ा हुआ है।
जी20 विश्व के 20 प्रमुख विकसित और विकासशील देशों का अंतर-सरकारी मंच है, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार सहयोग के लिए महत्वपूर्ण संस्था है।