कछार (असम), 29 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर जिला उपायुक्त कार्यालय में मंगलवार को आयोजित साप्ताहिक कैबिनेट बैठक के बाद लिए गए निर्णयों की संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की। हाल ही में वीर लाचित बारफुकन की 400वीं जयंती के कार्यक्रम में स्कूल-कॉलेज के छात्रों ने अभूतपूर्व रचना लिखकर वेबसाइट पर अपलोड की, साथ ही बराक के बुद्धिजीवियों ने दिल्ली में लाचित बरफुकन के समारोह में भाग लिया और असम सरकार को समर्थन देने के लिए बराक घाटी के लोगों का आभार व धन्यवाद व्यक्त किया।
बराक घाटी के लिए महत्वपूर्ण परोपकारी निर्णयों में 1935 में स्थापित जीसी कॉलेज को एक राज्य विश्वविद्यालय के रूप में उन्नत करने का निर्णय लिया गया है। इसे असम विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र से बाहर राज्य स्तरीय स्वतंत्र विश्वविद्यालय का रूप दिया जाएगा। बेतुकांदी में आधे-अधूरे स्लुइस गेट का जीर्णोद्धार और पुनर्निर्माण का कार्य जल संसाधन विभाग को सौंपा जाएगा। बेतुकांदी बांध पर इस कार्य के लिए 59 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इसके अलावा माहिशाबिल को संरक्षित क्षेत्र के रूप में चिह्नित करने के लिए अप्रैल में आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिलचर रामनगर से तारापुर रेलवे फाटक होते हुए ट्रंक रोड तक 4.10 किमी लंबा फ्लाईओवर बनाया जाएगा। प्रस्तावित 4-लेन एलिवेटेड फ्लाईओवर के निर्माण के लिए इंडिया क्लब भवन को ध्वस्त करने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, इस संबंध में स्थानीय लोगों की राय को महत्व दिया जाएगा।
बराक नदी के किनारे शिबबाड़ी क्षेत्र को जलमग्न करने के लिए सिलचर-कलैन मार्ग पर 100 मीटर पर एक और फ्लाईओवर के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है। कैपिटल प्वाइंट से रंगिरखारी तक दो लेन का फ्लाईओवर बनाया जा सकता है लेकिन इससे समस्या का समाधान नहीं होगा। इसलिए दो मंजिला फ्लाईओवर बनाने पर विचार किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से समृद्ध शहर के सबसे व्यस्त हिस्से में सड़कों को चार लेन का बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण में कठिनाइयां हो सकती हैं। सिलचर में मिनी सचिवालय के विकास के लिए 135 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
डिमा हसाउ जिला के माहूर से लैजोंग होते हुए कछार के राजाबाजार तक कुल 130 किमी सड़क निर्माण परियोजना शुरू की गई है। करीमगंज जल आपूर्ति परियोजना के निर्माण के लिए 55 करोड़ रुपये, हैलाकांदी जल आपूर्ति परियोजना के लिए 56 करोड़ रुपये, बदरपुर जल आपूर्ति परियोजना के लिए 24 करोड़ रुपये और हैलाकांदी जल आपूर्ति परियोजना के लिए 56 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। लखीपुर में 100 बेड का अस्पताल स्वीकृत किया गया है।
कछार के धलाई और लखीपुर के बिन्नाकांदी में दो नए मॉडल डिग्री कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। दुग्ध प्रसंस्करण इकाई के निर्माण के लिए 81 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। सिलचर में जिला खेल संघ मैदान के लिए 10 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। हैलाकांदी और करीमगंज में पांच-पांच करोड़ रुपये की लागत से दो खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे। बराक वैली इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए 15 करोड़ रुपये के अनुदान की घोषणा की गई है। असम विश्वविद्यालय के लिए 15 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 200 बेड के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के निर्माण के लिए 227 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है। करीमगंज जिला के राताबाड़ी में एक मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए 650 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। पथारकांदी में कृषि महाविद्यालय के निर्माण के लिए 180 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। सिलचर जिला अस्पताल के जीर्णोद्धार के लिए 146 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाएगा। सिलचर में कछार हाई स्कूल, नरसिंग हाई स्कूल और उधारबंद में डीएन हाई स्कूल को नए भवनों के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। रंगिरखारी में रंगिरखाल के कार्य को 10 किमी और बढ़ाकर बंगलाघाट तक के कार्य के लिए 200 करोड़ का अनुमानित बजट निर्धारित किया गया है।
हैलाकांदी जिला अस्पताल में मातृ एवं शिशु देखभाल इकाई की स्थापना के लिए 23 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
सिलचर सेंट्रल जेल को लखीपुर में 100 बीघा भूमि में स्थानांतरित किया जाएगा और सिलचर की वर्तमान जेल में 20 बीघा भूमि पर बॉटनिकल गार्डेन पार्क बनाया जाएगा।
4 मीट्रिक टन प्रति घंटे की न्यूनतम क्षमता के साथ चावल मिल बनाने के इच्छुक उद्यमियों को 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। डोलू में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए सभी संबंधित प्राधिकरणों से स्वीकृति प्राप्त हो गई है। हैलाकांदी में नए सर्किट हाउस को मंजूरी दी गई है। मुख्यमंत्री ने लाचित दिवस के आयोजन में सक्रिय भागीदारी के लिए बराक घाटी के लोगों का आभार व्यक्त किया।