नई दिल्ली, 28 नवंबर (हि.स.)। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को हिन्दी पखवाड़ा-2022 के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। कार्यक्रम का आयोजन लोक सभा सचिवालय द्वारा संसद भवन परिसर में किया गया था।
विजेताओं को बधाई देते हुए बिरला ने कहा कि हिन्दी पखवाड़ा हिन्दी भाषा का उत्सव है। उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा लोगों को जोड़ती है। भाषाई विशिष्टता को पहचान का सबसे महत्वपूर्ण आधार बताते हुए बिरला ने कहा कि भाषाई विविधता भारत की ताकत है। उन्होंने कहा कि भाषाएं हमें एक दूसरे के साथ भावनात्मक निकटता बनाने और राष्ट्र को एकजुट करने में मदद करती हैं।
लोक सभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका और दायित्वों का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि लोक सभा सचिवालय के कर्मचारियों की संसद सदस्यों द्वारा क्षमता अनुसार उनकी भाषा में उनके कर्तव्यों का निर्वहन सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण दायित्व है। बिरला ने इस बात की सराहना की कि संविधान की 8वीं अनुसूची में वर्णित भाषाई विविधता लोक सभा सचिवालय के कर्मचारियों के प्रयासों से नियमित रूप से सुस्थित है।
बिरला ने महात्मा गांधी द्वारा प्रतिपादित स्वभाषा, स्वदेशी और स्वराज के तीन सिद्धांतों का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम ने स्वदेशी भाषाओं, विशेष रूप से हिन्दी को हमारे सामूहिक संघर्ष की नींव के रूप में स्थापित किया। उन्होंने आजादी के बाद देश में आए सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन और राष्ट्र निर्माण में हिन्दी के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि अमृत काल में भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में समर्पित प्रयासों से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।