नई दिल्ली, 27 नवंबर (हि.स.)। केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को यहां जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून लाए जाने की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि चीन ने अपनी जनसंख्या को नियंत्रित कर आर्थिक प्रगति का मार्ग अपनाया और भारत को भी अपने सीमित संसाधन देखते हुए ऐसा ही कानून लाना चाहिए।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर रविवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से जनसंख्या नियंत्रण पर कानून लाए जाने की मांग को लेकर रैली का आयोजन किया गया। रैली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार भी मौजूद रहे।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वे जनसंख्या नियंत्रण के लिए लाए जाने वाले कानून का समर्थन करते हैं। भारत के सीमित संसाधन को देखते हुए यह जरूरी है। भारत में दुनिया की 18 से 20 प्रतिशत आबादी है और जमीन ढाई प्रतिशत और जल 4 प्रतिशत है। गिरिराज ने कहा कि यह कानून सभी मत, पंथ और संप्रदायों में समान रूप से लागू होना चाहिए। कानून को सख्त बनाया जाना चाहिए। उल्लंघन करने वालों को सरकारी लाभ से वंचित किया जाना चाहिए। वहीं उनका मतदान का अधिकार छीन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन ने एक बच्चा पैदा करने की नीति से 60 करोड़ तक की आबादी रोकने का काम किया है। चीन में जहां हर एक मिनट में 10 बच्चे और भारत में हर मिनट में 30 से अधिक बच्चे पैदा हो रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के प्रयासों से इस दिशा में जागरुकता आई है।
संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि लोकतंत्र के कारण कुछ राजनीतिक दल और नेता सोचते हैं कि मजहब के नाम पर जनसंख्या बढ़ाकर अपने सांसद और विधायक बढ़ा सकते हैं। इसलिए मजहबी जनसंख्या का असंतुलन भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया बढ़ती हुई जनसंख्या से प्रभावित और चिंतित है। विकास के लिए जरूरी है कि जनसंख्या नियंत्रण हो। हमारे देश में जनसंख्या अधिक है और प्राकृतिक संसाधन बेहद कम हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत अगले साल दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश बनने जा रहा है। भारत की जनसंख्या चीन को पीछे छोड़ देगी। हालांकि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में जनसंख्या वृद्धि दर अब स्थिरिकरण की ओर बढ़ रही है।