नई दिल्ली, 26 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के हस्तक्षेप के बाद अब दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों को एक सर्कुलर जारी किया है कि अगर उनके यहां ‘बर्न एंड प्लास्टिक वार्ड’ और प्लास्टिक सर्जन हैं तो मुफ्त सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी शुरू करें। डीसीडब्ल्यू कई महीनों से स्वास्थ्य विभाग के साथ इस मामले को उठा रहा है।
डीसीडब्ल्यू ने कहा कि राजधानी में ट्रांसजेंडरों द्वारा सामना किए जाने वाली समस्याओं में से सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी (एसआरएस) की कमी एक बड़ी समस्या है। ट्रांसजेंडरों को एक निजी अस्पताल में लिंग परिवर्तन की प्रक्रिया करवाने के लिए 10-15 लाख तक का भुगतान करना पड़ता है।
इस संबंध में डीसीडब्ल्यू ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग को नोटिस जारी कर दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी की सुविधा के प्रावधान के संबंध में जानकारी मांगी थी। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोग को सूचित किया गया था कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में एसआरएस की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।
हालांकि, डीसीडब्ल्यू के आग्रह पर स्वास्थ्य विभाग ने मामले को परखने और उस पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) को एक समिति के गठन का निर्देश दिया था।
इसके बाद जब स्वाति मालीवाल द्वारा समिति की स्थिति की जानकारी मांगते हुए डीजीएचएस को एक नोटिस भेजा गया, तो आयोग ने बताया कि दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल के बर्न एंड प्लास्टिक विभाग में अब मुफ्त सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी (एसआरएस) की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
स्वाति मालीवाल ने तब स्वास्थ्य विभाग को सम्मन जारी कर पूछा कि ‘बर्न एंड प्लास्टिक’ सर्जरी वार्ड की सुविधा वाले केवल एक सरकारी अस्पताल में मुफ्त सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी क्यों है? सभी अस्पतालों में क्यों नहीं? आयोग ने विभाग को चिन्हित किया कि ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकार संरक्षण अधिनियम) 2019 में भी सरकारी अस्पतालों में एसआरएस का प्रावधान है।
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय द्वारा अब आयोग को सूचित किया गया है कि सरकार ने आयोग की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है और इस संबंध में दिल्ली के सरकारी अस्पतालों के सभी चिकित्सा अधीक्षकों को एक सर्कुलर जारी किया गया है। जारी किए गए सर्कुलर में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि प्लास्टिक सर्जन की सुविधा के साथ ‘बर्न एंड प्लास्टिक वार्ड’ वाले सभी सरकारी अस्पतालों को ट्रांसजेंडरों को मुफ्त सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी प्रदान करना शुरू करना चाहिए।