रुड़की/नई दिल्ली 25 नवंबर (हि.स.)। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को आईआईटी रुड़की के 175वें स्थापना दिवस को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए बिरला ने कहा कि आईआईटी रुड़की से पढ़कर निकले हजारों विद्यार्थियों ने सम्पूर्ण विश्व में अपनी प्रतिभा के बल पर पहचान बनाई है तथा अपने ज्ञान और कौशल से देश में आर्थिक-सामाजिक परिवर्तन लाने का काम किया है। उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि युवा विद्यार्थी नए भारत की नयी तस्वीर बना रहे है। उन्होंने विश्वास के साथ कहा की देश ने ठान लिया है कि भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाना है।
बिरला ने हर्ष व्यक्त किया की आईआईटी रुड़की के छात्रों ने विश्व पटल पर भारत का नाम रौशन किया है।
आईआईटी को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश का शीर्ष संस्थान बताते हुए उन्होंने कहा कि जलवायु, पर्यावरण, मेडिकल, शिक्षा, संचार, सड़क से लेकर जीवन के कई क्षेत्रों में आईआईटी के अनुसंधान व आविष्कारों ने देश और समाज को नई दिशा दी है। चौथी औद्योगिक क्रांति का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा की डिजिटल युग और इंटरनेट क्रांति ने पूरे विश्व को बदल दिया है। उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल युग में देश का आम नागरिक अधिक सक्रियता से लोकतंत्र में भागीदार बन रहा है।
भारत की प्राचीनतम लोकतान्त्रिक व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत का लोकतंत्र एवं विविधता देश की शक्ति है । उन्होंने आगे कहा कि आज़ादी के अमृत काल में आईआईटी रुड़की ने देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है । गत सात दशकों में देश द्वारा की गई प्रगति का जिक्र करते हुए बिरला ने कहा कि भारत के वैज्ञानिक, चिकित्सक, व्यवसायी और युवा पूरे विश्व में भारत की पहचान बना रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज भारत की साख दुनिया में एक विश्वसनीय लोकतंत्र और उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुई है।
लोकसभा अध्यक्ष ने आगे कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने में भारत की युवा पीढ़ी का सबसे बड़ा योगदान रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि आज वैश्विक स्तर पर भी भारत के युवा नेतृत्व कर रहे हैं और नवाचार, नई तकनीक, एवं शोध के क्षेत्र में विश्व की सबसे जटिल समस्याओं के निवारण में अपना योगदान के रहे हैं।