नई दिल्ली, 23 नवंबर (हि.स.)। मिशन अमृत सरोवर के शुभारंभ के 6 महीने के भीतर 25 हजार से अधिक अमृत सरोवर का निर्माण पूरा कर लिया गया है। अगले साल 15 अगस्त तक 50 हजार अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
ग्रामीण विकास मंत्रालय के अनुसार 17 नवंबर तक अमृत सरोवरों के निर्माण के लिए लगभग 90,531 स्थलों की पहचान की गई है, जिनमें से 52,245 स्थलों पर काम शुरू कर दिया गया है। यह संख्या अमृत सरोवर के रूप में वर्षा जल संरक्षण के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
जल संरक्षण एवं जल संचय के उद्देश्य से और देश के ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वाहन पर आजादी के 75वें साल में, आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने के संकल्प के साथ मिशन अमृत सरोवर दिनांक 24 अप्रैल को शुरु किया गया।
मिशन अमृत सरोवर एक सम्पूर्ण सरकार के दृष्टिकोण पर आधारित मिशन है, जिसमें भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ जल शक्ति मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा तकनीकी सहयोग के लिए भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना विज्ञान संस्थान मिलकर काम कर रहे हैं।
‘जनभागीदारी’ मिशन अमृत सरोवर के केन्द्र में स्थित है। इसलिये इसमें सभी स्तरों पर लोगों की भागीदारी को शामिल किया गया है।