नई दिल्ली, 22 नवंबर (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ऑस्ट्रेलियाई संसद में मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के पास होने को दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया है। गोयल ने कहा कि इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने के लिए दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को बधाई देना चाहता हूं। ये विश्व मंच पर साझा हितों वाले दो लोकतंत्र हैं।
गोयल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ये उस मजबूत बंधन को दर्शाता है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया की सरकार के साथ बनाया है। यह भारत के बढ़ते कद और क्षमताओं की एक बड़ी मान्यता है, जो भारत के कारोबार दुनिया को सामान और सेवाओं दोनों में प्रदान करते हैं। दरअसल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय रिश्ते लगातार मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (एआई-ईसीटीए) के बीच द्विपक्षीय व्यापार का प्रारंभिक आकार अगले 5-6 साल में करीब 45-50 बिलियन डॉलर तक जा सकता है। भारत से ऑस्ट्रेलिया जाने वाले प्रत्येक बच्चे को वहां रोजगार का अवसर दिया जाएगा। इसके साथ ही स्टेम ग्रेजुएट, डॉक्टरेट को ऑस्ट्रेलिया में 4 साल का वर्क वीजा और पोस्टग्रेजुएट को 3 साल का वर्क वीजा भी मिलेगा।
इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई संसद ने एफटीए को मंजूरी दे दी। ऑस्ट्रेलियाई संसद की मंजूरी के बाद दोनों देश आपसी सहमति से फैसला करेंगे कि ये समझौता किस तारीख से लागू होगा। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने एक ट्वीट कर ये जानकारी दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत के साथ हमारा मुक्त व्यापार समझौता संसद से पारित हो गया है।
उल्लेखनीय है कि एआई-ईसीटीए को लागू करने से पहले ऑस्ट्रेलियाई संसद की मंजूरी जरूरी है। भारत में इस तरह के समझौतों को केंद्रीय मंत्रिमंडल मंजूरी देती है। भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में ऑस्ट्रेलिया के साथ 8.3 अरब डॉलर का माल निर्यात तथा 16.75 अरब डॉलर का आयात किया था।