त्रिपुरा पुलिस देश के अन्य राज्यों के पुलिस की तुलना में किसी भी अंश में कम नही है. मुख्यमंत्री
अगरतला 21 नवंबर राज्य की कानून-व्यवस्था की परिस्थितियों को लेकर मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा कल जिला स्तर के पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक में शामिल हुए। प्रज्ञाभवन में आयोजित इस बैठक में राज्य पुलिस के महानिर्देशक अमितान रंजन, पुलिस अधीक्षक, राज्य के विभिन्न थानों के ओसी और अन्य पुलिस अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून-व्यवस्था की रक्षा संबंधित परामर्श दिए। सभा के अंत में मुख्यमंत्री प्राफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने पत्रकारों को कहा, राज्य में महिला थाना सहित कुल 83 थने हैं। इसके अलावा राज्य में 5 रेलवे थाने, 35 आउट पॉस्ट, एवं लगभग 300 पुलिस कैंप हैं। बैठक में राज्य की कानून-व्यवस्था की परिस्थिति सहित विभिन्न विषयों में पर्यालोचना किया गया। बैठक में विभिन्न थानों के ओसी और विभिन्न जिला के पुलिस अधिकारीगण उनके कार्य क्षेत्र में विभिन्न समस्यायों के बारे में बताया। राज्य सरकार इन विषयों पर निश्चित रूप से विवेचना करेगी। क्योंकि समस्या का जल्द समाधान करने से लोगों को अच्छी परिसेवा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में विभिन्न विरोधी राजनीतिक दलों ने अभियोग किया की राज्य में कानून-व्यवस्था का अवनति हुआ है। मगर यह अभियोग गलत है। हर तरह से समीक्षा करने के बाद यह साबित हुआ है की 2018 के बाद से राज्य में कानून-व्यवस्था का अधिक विकास हुआ। महिलाओं के खिलाफ संगठित अपराध से निपटने के लिए राज्य में 8 महिलाओं के थाने में 24×7 महिला हेल्प डेस्क और 24×7 हेल्पलाइन 109 जारी है। राज्येत्तर में भी त्रिपुरा पुलिस की काफी नाम है। कानून-व्यवस्था में विकास के लिए नेशनल क्राईम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के अनुसार राज्य देश में पाँचवे स्थान पर है।जिला स्तर के पुलिस अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री की बैठक
त्रिपुरा पुलिस देश के अन्य राज्यों के पुलिस की तुलना में किसी भी अंश में कम नही है. मुख्यमंत्री
राज्य की कानून-व्यवस्था की परिस्थितियों को लेकर मुख्यमंत्री प्रोफेसर (डॉ.) माणिक साहा कल जिला स्तर के पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक में शामिल हुए। प्रज्ञाभवन में आयोजित इस बैठक में राज्य पुलिस के महानिर्देशक अमितान रंजन, पुलिस अधीक्षक, राज्य के विभिन्न थानों के ओसी और अन्य पुलिस अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून-व्यवस्था की रक्षा संबंधित परामर्श दिए। सभा के अंत में मुख्यमंत्री प्राफेसर (डॉ.) माणिक साहा ने पत्रकारों को कहा, राज्य में महिला थाना सहित कुल 83 थने हैं। इसके अलावा राज्य में 5 रेलवे थाने, 35 आउट पॉस्ट, एवं लगभग 300 पुलिस कैंप हैं। बैठक में राज्य की कानून-व्यवस्था की परिस्थिति सहित विभिन्न विषयों में पर्यालोचना किया गया। बैठक में विभिन्न थानों के ओसी और विभिन्न जिला के पुलिस अधिकारीगण उनके कार्य क्षेत्र में विभिन्न समस्यायों के बारे में बताया। राज्य सरकार इन विषयों पर निश्चित रूप से विवेचना करेगी। क्योंकि समस्या का जल्द समाधान करने से लोगों को अच्छी परिसेवा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में विभिन्न विरोधी राजनीतिक दलों ने अभियोग किया की राज्य में कानून-व्यवस्था का अवनति हुआ है। मगर यह अभियोग गलत है। हर तरह से समीक्षा करने के बाद यह साबित हुआ है की 2018 के बाद से राज्य में कानून-व्यवस्था का अधिक विकास हुआ। महिलाओं के खिलाफ संगठित अपराध से निपटने के लिए राज्य में 8 महिलाओं के थाने में 24×7 महिला हेल्प डेस्क और 24×7 हेल्पलाइन 109 जारी है। राज्येत्तर में भी त्रिपुरा पुलिस की काफी नाम है। कानून-व्यवस्था में विकास के लिए नेशनल क्राईम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के अनुसार राज्य देश में पाँचवे स्थान पर है।