वाराणसी, 20 नवंबर (हि.स.)। ‘काशी तमिल संगमम’ में भाग लेने यहां आये तमिलनाडु के छात्रों ने दूसरे दिन रविवार को हनुमान घाट पर नमामि गंगे टीम के सदस्यों के साथ मां गंगा की आरती की और भारत की सुख-समृद्धि के लिए आर्शीवाद मांगा। छात्रों ने हनुमान घाट पर गंगा स्नान के बाद मां गंगा का पूजन भी किया। दल ने द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं गंगाष्टकम का सामूहिक पाठ किया। राष्ट्रध्वज हाथों में लेकर सभी ने गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि काशी और तमिलनाडु दोनों शिवमय हैं। काशी से तमिलनाडु तक, विश्वेश्वर और के अतुलनीय प्रयास से तमिल संगमम भाषा भेद मिटाने की ऊर्जा देगा। गंगा आरती में भाग लेने के बाद छात्रों का दल महाकवि भरतियार सुब्रमण्यम स्वामी के घर पहुंचा। यहां घर में भ्रमण के दौरान महाकवि के परिजनों ने छात्रों का गर्मजोशी से तमिल परम्परानुसार स्वागत किया। इसके बाद सभी शाम को काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के बाद भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ जाएंगे। वहां से लौटने के बाद दशाश्वमेधघाट पर गंगा में नौकायन करेंगे और दशाश्वमेध घाट की विश्वविख्यात गंगा आरती देखेंगे। इसके बाद डेलीगेट्स का पहला ग्रुप रात्रि विश्राम के बाद सोमवार को प्रयागराज और अयोध्या के लिए रवाना हो जाएगा।
केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने काशी-तमिल संगमम में तमिलनाडु से शामिल आये छात्रों एवं अन्य डेलिगेशन से देर रात उनके होटल में पहुंच कर मुलाकात की और शाल भेंट किया। बीएचयू हैदराबाद गेट के पास स्थित होटल युग में रह रहे तमिलनाडु से आए 120 छात्रों और डेलिगेशन के सदस्यों का हालचाल पूछने के बाद उनके लिए तैयार किए गए डिनर को भी केंद्रीय मंत्री ने उनके साथ बैठ कर चखा। केंद्रीय मंत्री ने दल से कहा कि काशी को अपना शहर समझें और यहां की मेजबानी का आनंद लें। केंद्रीय मंत्री के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल, आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, वाराणसी जोन के कमिश्नर कौशल राज शर्मा एवं जिलाधिकारी एस. राजलिंगम भी मौजूद रहे।
छात्रों ने की मोदी और प्रधान की सराहना
तमिलनाडु के छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के शालीन व्यवहार की जमकर सराहना की। छात्रों ने कहा कि उन्हें काशी में जीवनभर न भूलने वाला अनुभव मिला है। काशी से अच्छी और सुखद यादें लेकर जाएंगे और तमिलनाडु में लोगों को बताएंगे कि उत्तर और दक्षिण किस तरह से खान-पान और संस्कृति में एक हैं। अपने यहां के लोगों को काशी आने के लिए प्रेरित करेंगे। बीएचयू स्थित काशी तमिल संगमम की प्रदर्शनी में दूसरे दिन स्थानीय स्कूलों के बच्चों की भीड़ जुटी रही। केंद्रीय लोक संचार ब्यूरो, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी को बच्चों ने चाव से देखा। इस दौरान स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों के साथ उनके अध्यापक भी मौजूद रहे।