नई दिल्ली, 18 नवम्बर (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया का नेतृत्व किया है। आतंकवाद को अपना हथियार मानने वाले देश भी जानते हैं कि भारत किसी भी देश को बेवजह तंग नहीं करता और भारत को चिढ़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना जानता है। दुनिया में भारत का कद बढ़ा है और दुनिया के बड़े मंचों पर आज भारत की बातें ध्यान से सुनी जाती हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज कर्नाटक में मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फ़ील्ड मार्शल करियप्पा जैसे बहादुर और निर्भीक सैनिक इसी धरती की देन हैं। देश की संप्रभुता की सुरक्षा के लिए अपना शौर्य दिखाने वाले योद्धाओं का जब-जब नाम लिया जाएगा, तो फ़ील्ड मार्शल करियप्पा का नाम उसमें सबसे पहले होगा। आतंकवाद के मुद्दे पर भारत दुनिया का नेतृत्व करके अपने पक्ष में समर्थन जुटाने में सफल रहा है। आतंकवाद को अपना हथियार मानने वाले देशों को आज अच्छी तरह मालूम है कि भारत किसी देश को बेवजह छेड़ता नहीं है और छेड़ने वालों को वह मुंहतोड़ जवाब देना जानता है।
उन्होंने कहा कि आज गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब और आईबीएम जैसी अनेक कंपनियां भारतीय शिक्षण संस्थानों में पढ़कर निकलने वाले भारतीयों के हाथ में हैं। हमें यह सोचने की जरूरत है कि जो भारतीय टैलेंट दुनिया भर की बड़ी कंपनियों को लीड कर सकता है, वह भारत में टॉप कंपनी क्यों नहीं खड़ी कर सकता। कृषि से लेकर इंजीनियरिंग, मेडिकल और आईटी सेक्टर में हमारे विश्वविद्यालयों ने कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं। पहले देश में कोई स्टार्ट-अप इकोसिस्टम नहीं था, लेकिन पिछले 7-8 सालों में तस्वीर काफी बदली है। साल 2014 से पहले देश में कुछ सौ स्टार्ट-अप थे। आज देश में स्टार्ट-अप्स की संख्या 70 हजार को पार कर गई है। यह सफलता की कहानियां आप जैसे युवाओं ने लिखी हैं।